बुराई को रोको, अच्छाई को बढ़ने दो- मुक्तिसागरजी
Ujjain @ जीवन क्षणिक है, धन संपदा नश्वर है। जीवन में आती बुराइयों को रोको, दूर करो अच्छाई को आगे बढ़ने दो, यही जीवन की सफलता है। उक्त बात मालव मार्तण्ड मुक्तिसागर सूरिजी महाराज ने ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी खाराकुआ पर आयोजित धर्मसभा में कही। महाराज पूना के चातुर्मास पश्चात उज्जैन पधारे हैं। पेढ़ी ट्रस्टी जयंतीलाल तेलवाला ने बताया कि संतश्री के प्रवचन 20 फरवरी को भी होंगे।