भारतीय किसान संघ ने किसानों की समस्याओं को लेकर सौंपा मुख्यमंत्री, कलेक्टर के नाम ज्ञापन-ट्रेक्टर पंजीयन पर पेनल्टी वापस लेने की मांग
गेहूं उपार्जन केन्द्र पर व्यवस्थाएं दुरूस्त करने की मांग
उज्जैन। भारतीय किसान संघ द्वारा गेहूं उपार्जन केन्द्रों पर किसानों की समस्याओं, ट्रेक्टर के पंजीयन का नवीनीकरण पर ली जाने वाली पेनल्टी वापस लेने तथा 2015 के बीमा राशि की मांग को लेकर मुख्यमंत्री, कलेक्टर एवं बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक को अलग-अलग ज्ञापन सौंपे।
भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री दशरथ पंड्या के अनुसार मुख्यमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में मांग की गई कि किसानों द्वारा 15 वर्ष पूर्व में खरीदे गए ट्रेक्टर के पंजीयन का नवीनीकरण में विलंब होने पर 500 रूपये प्रतिमाह पेनल्टी ली जा रही है, उसे वापस लिया जाए क्योंकि ट्रेक्टर व ट्राली को बेलगाड़ी का दर्जा शासन द्वारा दिया गया है। इसमें किसी भी प्रकार का टैक्स व रोड़ टैक्स मुक्त रखा गया है। वहीं राजस्व विभाग द्वारा बटवारा किया गया, नामांतरण व रजिस्ट्री का कम्प्यूटर रिकार्ड दुरूस्त नहीं किया गया है। सभी तहसील व जिला स्तर पर तुरंत कम्प्यूटर रिकार्ड दुरूस्त किया जाए।
कलेक्टर के नाम सौंपे ज्ञापन में मांग की गई कि गेहूं उपार्जन चालू हो उससे पूर्व गेहूं उपार्जन केन्द्र मानपुरा देवास रोड़ (साईलो) तक रोड़ बनाकर दोनों किनारे प्रकाश की व्यवस्था उपार्जन केन्द्र पर शौचालय व जलपान और भोजन की व्यवस्था की जाए। इंदौर रोड़ स्थित नीनोरा टोल पर भिन्न-भिन्न मदों से टैक्स लेने के बाद भी इंदौर रोड़ व आगर टोल रोड़ की स्थिति ठीक नहीं है, इसे दुरूस्त करवाया जाए क्योंकि दुर्घटना दिनों दिन बड़ रही है। टोल कर्मियों का भी आम नागरिकों से व्यवहार ठीक नहीं है। इस पर तुरंत कार्यवाही की जाए। कमर्शियल बैंकों द्वारा बीमा राशि कृषकों को नहीं दी गई है। उन बैंकों द्वारा बीमा तुरंत दिलवाया जाए। खसरा बी 1 प्रति नंबर 30 रूपये के हिसाब से शुल्क लिया जा रहा है जबकि वर्तमान में आदेश 30 रूपये प्रति पेज है। दशरथ पंड्या के साथ ज्ञापन देने पहुंचे मोहन कटारा, बहादुरसिंह, जगदीश पाटीदार, उदेलाल आंजना, भगवानसिंह, चरणसिंह चौधरी, ईश्वर सिंह, दिनेश इंदौरी ने कहा कि समस्याएं दूर नहीं होने की स्थिति में भारतीय किसान संघ आंदोलन करने पर मजबूर होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
2015 का बीमा नहीं मिला, बैंक प्रबंधक को ज्ञापन
शाखा प्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर कहा कि 2015 का सोयाबीन की बीमा राशि आज तक नहीं मिल पाई है। दूसरी सभी बैंकों से किसानों को बीमा राशि मिल चुकी है। आपकी शाखा में अभी तक बीमा राशि क्यों नहीं मिल पाई हैं। किसानों को शीघ्र बीमा राशि दिलाई जाए अन्यथा भारतीय किसान संघ आंदोलन करने पर मजबूर होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन एवं बैंक की होगी। ज्ञापन के जवाब में बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक ने कहा कि बीमा के लिए हमारी शाखा द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है। शाखा की ओर से और प्रयास किये जाएंगे ताकि बीमा राशि मिल सके।