संत पुजारी के हठ योग के सामने सरकार झुकी
उज्जैन। भोपाल में संत पुजारी संयुक्त महासंघ के तत्वावधान में दो दिवसीय विशाल धरना आंदोलन किया गया। हजारों संतों ने धुनी तापकर मध्यप्रदेश सरकार की मठ मंदिर के सरकारीकरण के विरोध में धूनी रमाई। साथ ही हजारों पुजारियों ने शंख, घंटाल, डमरू बजाकर बहरी सरकार को अपनी मांगे सुनाई। इस धरना प्रदर्शन के सामने सरकार ने नतमस्तक होकर राष्ट्रीय एकता परिषद के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री रमेश शर्मा को भेजकर मांगे मंजूर की। शर्मा ने धरना प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का संदेश वाचन किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से मठ मंदिर के विरोध में जितने आदेश मंत्रालय से निकाले गये थे उन्हें स्थगित रखा जाएगा। मठ और मंदिर के लिए जो भी विधेयक सरकार लाती है उसके पूर्व संत पुजारियों से विचार विमर्श किया जाएगा। तब तक विधेयक स्थगित रखा जाएगा। शीघ्र ही भूमि निलामी स्थाई तौर पर बंद रखी जाएगी। प्रदेश में पुजारी और संतों को अधिकारी परेशान नहीं करेंगे और यदि परेशान करते हैं तो संत पुजारी शिकायत कर सकते हैं। धर्माचार्यों और संतों का सम्मान यथावत रखा जाएगा। उनके सम्मान में कोई कमी नहीं की जाएगी। ये समस्त बातें रमेश शर्मा द्वारा म.प्र. संत पुजारी संयुक्त महासंघ के प्रमुख कम्प्यूटर बाबा पुजारी संघ के निर्णायक मंडल के सदस्य महेश पुजारी, राधे-राधे बाबा एवं पुजारी संत के समक्ष घोषणा की गई।