पर्यटन, परिवहन, आईटी और उद्यानिकी में सहकारी फेडरेशन बनाने पर विचार होगा
सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विश्वास सारंग ने कहा है कि पर्यटन, आईटी, परिवहन और उद्यानिकी में सहकारिता के जरिये बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करवाने के लिये सहकारी समतियाँ बनाई जायेगी और इसका फेडरेशन बनाने के लिये सरकार विचार करेगी। श्री सारंग आज 'कौशल उन्नयन एवं सहकारिता' पर राज्य-स्तरीय सहकारी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
राज्य मंत्री श्री सारंग ने कहा कि सहकारिता आंदोलन से महिलाओं का जुड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वे इस आंदोलन की मुख्य धुरी है। उनके जरिये ही परिवार में संस्कार आते हैं, जिनका विस्तार देश और समाज में होता है। श्री सारंग ने कहा कि अगर सहकारिता से महिलाएँ बड़े पैमाने पर जुड़ेंगी तो निश्चित ही हम इस आंदोलन के जरिये उत्थान और सर्वांगीण विकास का लक्ष्य प्राप्त कर सकेंगे। सहकारिता राज्य मंत्री ने कहा कि सहकारिता का क्षेत्र बहुत व्यापक है। पिछले 10 साल में इसका विस्तार हुआ है। समन्वय और सदभाव की नीति पर चलते हुए प्रदेश में सहकार की भावना मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम इसे नीचे तक ले जायें और इसे वंचित वर्ग के उत्थान का माध्यम बनाये। उन्होंने कौशल उन्नयन की पहल को जरूरी बताया।
राज्य सहकारी प्रबंध संस्थान के अध्यक्ष श्री अरूण सिंह तोमर ने कहा कि आज प्रदेश सहकारिता के मामले में पूरे देश में अग्रणी राज्य है। उन्होंने सहकारिता में नई संभावनाओं को तलाशने और उन्हें क्रियान्वित करने पर जोर दिया।
सम्मेलन में सहकारिता के क्षेत्र में नवाचार करने और उत्कृष्ट काम करने वाली संस्थाओं को पुरस्कृत किया गया। आगर-मालवा की विपणन सहकारी संस्था को पेट्रोल पंप का संचालन कर 76 लाख शुद्ध लाभ प्राप्त करने, भोपाल की सुविधा साख संस्था को प्लम्बर, कारपेंटर तथा अन्य घरेलू जरूरतों के लिये सहकारी संस्था बनाने, उज्जैन के जिला सहकारी संघ को परिवहन, पर्यटन, जैविक खाद में सहकारी संस्था गठित कर 900 लोगों को प्रशिक्षित करने, सीहोर जिले के रेहटी प्राथमिक जिला वनोपज संघ को औषधि निर्माण करने, वर्ल्ड विजन को महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम करने और भोपाल की बीएचईई थ्रिफ्ट एण्ड क्रेडिट सोसायटी को सहकारी संस्था के रूप में उत्कृष्ट और अनुकरणीय कार्य करने पर सम्मानित किया।
इस मौके पर राज्य सहकारी संघ की वेबसाइट तथा आईसीएम एप का लोकार्पण भी किया गया। कौशल उन्नयन पर विषय-विशेषज्ञ श्री नीलमेघ चतुर्वेदी, श्री सुधीर जैन और श्री सुरेन्द्र कुमार ने सहकारी संस्थाओं के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया।
मनोज पाठक