मध्यप्रदेश में चम्बल और नर्मदा एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जायेगा
प्रदेश में ड्रायविंग प्रशिक्षण के 100 केन्द्र खुलेंगे
दो हजार किलोमीटर से अधिक के हाई-वे मार्ग का विकास होगा
केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ब्यावरा में टू-लेन सड़क मार्ग का लोकार्पण और ब्यावरा-देवास फोर-लेन मार्ग का शिलान्यास किया
केन्द्रीय भू-तल परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राजगढ़ जिले के ब्यावरा में राजस्थान सीमा तक 220.95 करोड़ लागत के 61 किलोमीटर लम्बे टू-लेन सड़क मार्ग विथ पेब्ड सोल्डर का लोकार्पण करते हुए ब्यावरा-देवास फोर-लेन मार्ग का शिलान्यास किया। इस मार्ग की लम्बाई 141.26 किलोमीटर है और लागत 1583.79 करोड़ रुपये है।
केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि मध्यप्रदेश में चम्बल एक्सप्रेस-वे तथा नर्मदा एक्सप्रेस-वे महामार्ग का निर्माण करवाया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस मार्ग के निर्माण से छत्तीसगढ़ से गुजरात को जोड़ने वाला मार्ग मध्यप्रदेशवासियों को उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि ब्यावरा से भोपाल हाई-वे को ईपीसी मोड में परिवर्तित किया जायेगा। यह कार्य अगले चार माह में शुरू होगा। उन्होंने औबेदुल्लागंज से बैतूल मार्ग का निर्माण भी शीघ्र ही शुरू करने की घोषणा की। श्री गडकरी ने कहा कि विगत 2 साल में मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग की लम्बाई 5,194 से बढ़कर 10 हजार 188 किलोमीटर हो गयी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आग्रह पर प्रदेश के 2000 किलोमीटर से अधिक के हाई-वे मार्गों का विकास किया जायेगा। केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि वाहन-चालकों की कमी दूर करने और बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश में ड्रायविंग के 100 प्रशिक्षण केन्द्र शुरू किये जायेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भू-तल परिवहन मंत्रालय मध्यप्रदेश के बस-स्टेण्डों को बस-पोर्ट के रूप में विकसित करने के लिये हरसंभव मदद देगा। उन्होंने प्रदेश में जल-परिवहन को प्रोत्साहित करने के लिये नर्मदा को जल-मार्ग में विकसित करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के सड़क मार्गों के निर्माण की बेहतर व्यवस्था की जा रही है। अब सीमेंट-कांक्रीट की सड़कें बनायी जा रही हैं, जो उच्च गुणवत्ता की होंगी और लम्बे समय तक खराब नहीं होंगी। मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि एक दशक पहले प्रदेश खराब सड़कों के लिये जाना जाता था, किन्तु अब यह अवधारणा बदल गयी है। अच्छी गुणवत्ता की सड़कें बन रही हैं। उन्होंने ब्यावरा शहर के विकास के लिये 5 करोड़ की राशि और सुठालिया को तहसील का दर्जा देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यहाँ के विकास के लिये भी एक करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि राजगढ़ जिले में 2.55 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवायी जायेगी। धनिये की खराब फसल का मुआवजा किसानों को दिलवाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले वर्ष हुई ओला-वृष्टि के कारण जिन किसानों की फसल खराब हुई थी, उन्हें 300 करोड़ का मुआवजा और 300 करोड़ की राशि फसल बीमा के रूप में दी गयी है।
इस मौके पर ब्यावरा नगर की 9 करोड़ 79 लाख की जल-वितरण योजना, एक करोड़ लागत के नैनवाड़ा के हाई स्कूल भवन, ब्यावरा शहर में 95 लाख 43 हजार लागत का सी.सी. रोड निर्माण, खानपुरा में एक करोड़ लागत के हाई स्कूल भवन का निर्माण, 91 लाख 93 हजार का आयुष कार्यालय भवन और बाउण्ड्री-वॉल निर्माण तथा ग्राम चाटा में एक करोड़ लागत के हाई स्कूल भवन निर्माण का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम कचारिया में अनुसूचित-जाति बालक छात्रावास, सारंगपुर में 100 सीटर बालिका छात्रावास, ग्राम पड़ोनिया में अनुसूचित-जाति कन्या छात्रावास और सारंगपुर में पेयजल योजना का लोकार्पण किया।
इस मौके पर लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, सांसद श्री रोडमल नागर और श्री मनोहर ऊँटवाल, विधायक सर्वश्री अमरसिंह यादव, नारायण सिंह पंवार, कुँवर कोठार, हजारीलाल दांगी, श्रीमती ममता मीणा सहित जन-प्रतिनिधि और जन-समुदाय उपस्थित था।
मनोज पाठक