top header advertisement
Home - मध्य प्रदेश << देश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री में हब बना मध्यप्रदेश

देश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री में हब बना मध्यप्रदेश


गारमेंट उद्योग के लिए लायी जायेगी विशेष नीति 
मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल द्वारा अंतर्राष्ट्रीय टेक्सटाइल-2017 कांफ्रेंस का शुभारंभ 
 
वाणिज्य-उद्योग, रोजगार, खनिज साधन तथा प्रवासी भारतीय मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि राज्य सरकार की उद्योग मित्र-नीति से पिछले एक दशक में देश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री में मध्यप्रदेश हब के रूप में उभरकर सामने आया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में उद्योग लगाने के लिए कम से कम एक हजार एकड़ के लैंड बैंक है। गारमेंट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही विशेष नीति लायी जा रही है। श्री शुक्ल आज यहाँ शेफ इंडिया-शेफ टेक्सटाइल पर आधारित 14वीं अंतर्राष्ट्रीय और 72वीं अखिल भारतीय टेक्सटाइल इंडस्ट्री कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। कांफ्रेंस में टेक्सटाइल इंडस्ट्री के 300 से ज्यादा प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

श्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। बीमारू राज्य से अब विकसित राज्य की श्रेणी में आ गया है। उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए हर सुविधा मौजूद है। बिजली,पानी,परिवहन आदि सुविधाओं के साथ अच्छी सड़कें हैं। जमीन की पर्याप्त उपलब्धता भी है। श्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में दूरदर्शिता के साथ बिजली के क्षेत्र में लांग टर्म प्लानिंग की गई है। प्रति वर्ष स्थापित क्षमता में 1000 मेगावाट की बढ़ोत्री होती जा रही है।

उद्योग मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार पूरी प्रतिबद्धता तथा जुनून के साथ प्रदेश की तरक्‍की और विकसित राज्य की श्रेणी में बने रहने के लिए काम कर रही है। पिछले 4 साल से कृषि कर्मण अवार्ड तथा 20 प्रतिशत ग्रोथ का बना रहना इसका परिणाम है।

श्री शुक्ल ने कहा कि प्रदेश में उद्योग लगाने की आपार संभावनाएँ हैं। प्रदेश देश का बड़ा इंवेस्टमेंट डेस्टीनेशन सेंटर है| उन्होंने उद्योगपतियों को उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा उद्योग लगाकर प्रदेश की तरकी में योगदान दें। श्री शुक्ल ने कहा कि टेक्सटाइल उद्योग लगने से जहाँ बेरोजगारी दूर होगी वहीं प्रदेश के लिए गर्व की बात होगी।

मंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि टेक्सटाइल क्षेत्र में ख्यात नाम उद्योग समूह वर्धमान, ट्राईडेंट, नाहर, एस.इ.एल. ग्रुप, रेमेंड और ग्रेसिम की यूनिट सफलतापूर्वक चल रही हैं। पिछले 6 वर्ष में प्रदेश में टेक्सटाइल सेक्टर में करीब 7 हजार करोड़ का पूँजी निवेश हुआ और 40 हजार व्यक्तियों को रोजगार मिला है। प्रदेश में 4 हजार करोड़ की टेक्सटाइल परियोजनाएँ जल्द लगने वाली हैं। श्री शुक्ल ने कहा कि रीवा में दुनिया का सबसे बड़ा 750 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लग रहा है। इसमें 6 हजार करोड़ का निवेश होगा। रीवा के मुकुन्दुपुर में व्हाइट टाइगर सफारी बनाया गया है।

उद्योग मंत्री श्री शुक्ल द्वारा इंटरनेशनल कांफ्रेंस में टेक्सटाइल के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले उद्योगपतियों को सम्मानित किया गया। श्री शुक्ल ने टेक्सटाइल इंडस्ट्री पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया।

कांफ्रेंस को श्री एस.पाल,मध्यप्रदेश चेप्टर के अध्यक्ष श्री एन.एस निर्बन,राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अरविंद सिन्हा,श्री अवधेश शर्मा,श्री सिध्दार्थ अग्रवाल और श्री संजीव लखेटिया ने भी संबोधित किया। उद्योग मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल को भी सम्मानित भी किया गया।
मुकेश मोदी

Leave a reply