हमारे मन की बात पढ़ने वाले मुख्यमंत्री के प्रयासों को अमल में लायेंगे ग्रामीण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की ईमानदार कोशिशों के कायल हैं ग्रामीणजन। वे कहते हैं कि हम सब नर्मदा मैया की दिन पर दिन कम हो रही धारा से चिंतित तो वर्षों से थे,कुछ करना भी चाहते थे, बातें भी करते थे, लेकिन सामूहिक और संगठित रूप से प्रयास हो ही नहीं पाते थे। भला हो मुख्यमंत्री जी का जिन्होंने माँ नर्मदा को उनके पुराने स्वरूप में लौटाने की हमारी सोच को पंख दिये हैं।
डोलरिया तहसील के नानपा से कुल्हड़ा (कुंतीपुर)के रास्ते में नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल ग्रामीणों से चर्चा में यही विचार सामने आये। एक ग्रामीण श्री जगन्नाथ प्रसाद का कहना था कि जो कुछ है सब नर्मदा मैया के प्रताप से है। वे कहते है कि नर्मदा नदी हमें प्राण वायु,पीने का पानी,खेती के लिए सिंचाई,जंगलों की हरियाली,घरों और काम धंधों के लिए बिजली यानि सब कुछ तो देती है।
ग्रामीणों का मानना है कि हमने नर्मदा मैया को क्या दिया? जंगल काटे, घाटों को दुर्दशा की स्थिति में पहुँचा दिया, घर की गंदगी नर्मदा जी में प्रवाहित की, नर्मदा जी के साथ अच्छा सुलूक नहीं किया। वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हम गाँववालों के मन की बात जानी तभी लगभग 5 माह की यह यात्रा शुरू की है। अब हम नर्मदा जी को गंदा करने का पाप नहीं करेंगे और सरकार के साथ मिलकर वे सब काम करेंगे जो नर्मदा नदी को पहले सी निर्मल बनाएँ।
श्री जगन्नाथ का कहना था कि उनका कुछ नहीं है, जो है, सब नर्मदा जी का दिया है, इसलिए अब तो तेरा तुझको अर्पण की तर्ज पर हम ग्रामीणों ने नर्मदा जी को पहले जैसी बनाने का संकल्प लिया है। हम इसे अमली जामा भी पहनायेंगे।
राजेश बैन/समरजीत सिंह चौहान