35वें दिन मुड़ियाखेड़ा, बीकोर, खरगावली में हुआ यात्रा का भव्य स्वागत
'नमामि देवी नर्मदे'- सेवा यात्रा आज 35वें दिन होशंगाबाद जिले के गनेरा से खरगावली के लिए रवाना हुई। यात्रा के ग्राम खरगावली पहुँचने पर ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। खरगावली में विधायक विजयपाल सिंह ने कन्या-पूजन कर ध्वज और यात्रा कलश की पूजा-अर्चना की। महादेव भजन मंडली ने माँ नर्मदा के भजनों की सुन्दर प्रस्तुति दी। खरगावली से यात्रा मुड़ियाखेड़ा पहुँचने पर ग्रामीणों ने यात्रा का स्वागत किया। ग्रामीणों में यात्रा को लेकर अभूतपूर्व उत्साह था। ग्रामीणों ने अपने घरों में रांगोली सजाकर और तोरण लगाकर फूलों की वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया।
जन-संवाद कार्यक्रम में विधायक विजयपाल सिंह ने यात्रा के ऐतिहासिक स्वागत पर ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त करवाने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने ग्रामीणो को नर्मदा को स्वच्छ रखने एवं ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने को प्रेरित किया।
साध्वी प्रज्ञा भारती ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए कहा कि जब माँ नर्मदा अपना जल किसी को भी देने में भेदभाव नहीं करती है, उसी तरह महिलाओं को भी बेटा और बेटी में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। उन्होंने मुड़ियाखेड़ा में सभी को माँ नर्मदा को प्रदूषण से मुक्त करवाने की शपथ दिलवाई।
मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग कारर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि यह यात्रा अद्भुत है। इस यात्रा में संत समाज, गणमान्य नागरिक, ग्रामीणजन, स्वैच्छिक संगठन, जन-प्रतिनिधि एवं आमजन ने सहभागिता निभाई है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वे इस बात का प्रण ले कि वे नर्मदा में गंदगी प्रवाहित नहीं करेंगे एवं नर्मदा को हरियाली चुनरी ओढ़ायेंगे। इसके लिए उन्होंने नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर पौधा-रोपण करने की समझाईश दी।
इस अवसर पर मुड़ियाखेड़ा में वृहद स्तर पर पौध-रौपण भी किया गया। मुड़ियाखेड़ा से यात्रा बीकोर पहुँची जहाँ छात्रा स्वाति शर्मा ने नर्मदाअष्टक का पाठ किया। स्कूल की छात्राओं ने स्वागत गीत की प्रस्तुति दी। नयाधांई के लोक कलाकारों ने आदिवासी लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।
बीकोर के बाद यात्रा आहारखेडा, धानश्री पहुँची, जहाँ यात्रा का ग्रामीणों ने अभूतपूर्व स्वागत किया। यात्रा का पड़ाव गूढ़ला में होगा और 16 जनवरी को यात्रा गूढ़ला से सुबह 9 बजे शुक्करबाड़ाकला, गौरा, चांदला, बांद्राभान होते हुए होशंगाबाद पहुँचेगी। यहाँ सेठानी घाट पर यात्रा रात्रि विश्राम करेगी।
मनोज पाठक