देवास में कुमार गंधर्व संग्रहालय बनेगा और कुमार गंधर्व की प्रतिमा लगेगी
संगीत जीवन को आनंदमयी बनाता है। पंडित कुमार गंधर्वजी ने संगीत को जो उँचाइयाँ दी हैं उनको बयान करना संभव नहीं है। देवास नगर जहाँ कुमारजी ने संगीत साधना की है, वहाँ आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने यह बात देवास में प्रख्यात संगीतज्ञ पंडित कुमार गंधर्व की 25वीं पुण्य-तिथि पर अनहद समारोह में कही।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुमारजी के निवास-स्थल पर उनकी स्मृति में संजोई वस्तुओं एवं उनके बाल्य-काल के चित्रों को देखकर मन अभिभूत हो गया। उन्होंने कहा कि देवास में कुमार गंधर्व संग्रहालय बनाया जायेगा। इसके लिए स्थान का चयन विचार-विमर्श कर किया जायेगा। इसके अलावा देवास शहर में कुमारजी की प्रतिमा भी स्थापित की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिविल लाईन मार्ग का नामकरण पंडित कुमार गंधर्व के नाम से किया जायेगा। उन्होंने शिलालेख का अनावरण भी किया।
श्री अशोक वाजपेयी एवं श्री महेश अलकुंजवार ने भी संबोधित किया। पंडित मधुप मुदगल के निर्देशन में 29 कलाकारों के दल द्वारा गंवर्ध वृन्द प्रस्तुत किया गया। शुरूआत स्वाति-वाचन हुई। इसके बाद राग कल्याण में ध्रुपद गायन हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं सभी श्रोताओं ने आनंद के साथ प्रस्तुतियों को सुना।
समारोह में साहित्कार एवं रंगकर्मी सुश्री कलापिनी कोमकली, सांसद श्री मनोहर उंटवाल, विधायक श्रीमती गायत्रीराजे पंवार, श्री राजेन्द्र वर्मा और श्री आशीष शर्मा, मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष श्री रायसिंह सेंधव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नरेन्द्रसिंह राजपूत, महापौर श्री सुभाष शर्मा, संभागायुक्त श्री रविन्द्र पस्तौर, आईजी श्री वी. मधुकुमार एवं बड़ी संख्या में संगीत-प्रेमी उपस्थित थे।
राजेश पाण्डेय