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श्री शनिधाम ट्रस्ट की दाती कन्यादान योजना


 

परमहंस दाती महाराज के सानिध्य में सामूहिक विवाह समोराह

वाल्मीकि समाज के 11 जोड़ों ने नवजीवन शुरु किया

दातीश्री ने सुखी दांपत्य जीवन का आशीर्वाद दिया

श्री शनिधाम ट्रस्ट 2017 में 101 बेटियों का करवाएगा विवाह

पाली। श्री सिद्ध शक्तिपीठ शनिधाम पीठाधीश्वर सद्गुरु शनिचरणानुरागी श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर परमहंस दाती महाराज (स्वामी निजस्वरूपानंदपुरीजी) की प्रेरणा से श्री शनिधाम ट्रस्ट द्वारा विधवाओं, बुजुर्गों, गरीबों, असहायों एवं जरूरतमंदों को सहयोग करने का सिससिला जारी है। बेटी विमला, सज्जन एवं ऊषा को शादी एवं घर-गृहस्थी का सामान देने के उपरांत आज दातीश्री के सानिध्य में श्री शनिधाम ट्रस्ट द्वारा सामुहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। पाली के सुमेरपुर में आयोजित इस शादी समारोह के दौरान वाल्मीकि समाज की 11 (ग्यारह) बेटियों का संपूर्ण शास्त्रोक्त विधि से विवाह करवाया गया। दातीश्री ने इन सभी जोड़ों को नवजीवन शुरु करने और सुखी दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद दिया।

इस मौके पर दाती महाराज ने बताया कि अगले वर्ष यानी साल 2017 में श्री शनिधाम ट्रस्ट द्वारा गरीब परिवार से संबंध रखने वाली वाल्मीकि समाज की एक सौ एक कन्याओं का विवाह करवाया जाएगा। ट्रस्ट की ओर से पाली में 11, शिवगंज में 11, सोजत में 11, रायपुर में 11, सुमेरपुर में 11, देसूरी में 11 और जोधपुर में इस समाज की 21 कन्याओं के साथ कुल 101 कन्याओं का विवाह करवाया जाएगा।

परमहंस दाती महाराज ने कहा कि वाल्मीकि समाज अपने आप में परिपूर्ण है। देश के विकास में इस समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस समाज से जुड़े लोगों के विकास के लिए वे भी हमेशा तैयार थे,आज भी तैयार हैं और भविष्य में भी तैयार रहेंगे। दातीश्री ने संपूर्ण वाल्मीकि समाज से कहा कि गरीब, अनाथ और निराश बेटियां कहीं भी हैं, तो उन्हें उनकी झोली में डाल दें, वे उन बेटियों को पढ़ा-लिखाकर पैरों पर खड़ा करेंगे और शादी का पूरा खर्चा देंगे। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र उनका संपूर्ण समाज है, लिहाजा इस राष्ट्र में कहीं भी, किसी भी जगह, किसी भी घर, परिवास अथवा समाज में आर्थिक कारणों से यदि किसी को कन्या की शादी में परेशानी आ रही है, तो वे उन्हें जरूर सूचित करें, वे बेटी की शादी में हर संभव सहयोग करेंगे।

दाती महाराज ने कहा कि समाज ने जो मुझे सेवा का अवसर दिया है, उसके लिए वे समाज और राष्ट्र का सदा ऋणि रहेंगे। यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें देश और समाज की सेवा करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। दातीश्री ने कहा कि वे गरीब साधु हैं,समाज की सेवा में लगे रहते हैं। दाती महाराज ने राष्ट्र के लोगों से कहा कि वे अपने माता-पिता की सेवा करें, पत्नी के साथ धर्मानुकूल आचरण करें और अपने राष्ट्र के प्रति सदा वफादार रहें। ऐसा करने से जीवन में किसी प्रकार परेशानी नहीं आएगी। जीवन सदा खुशियों से भरा रहेगा। क्योंकि मन, वचन एवं कर्म से अपने माता-पिता और राष्ट्र की सेवा करना ही सबसे बड़ी सेवा है।

दाती महाराज ने सामाजिक कुरीतियों को जड़ से मिटाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवासियों को कन्या भ्रूण हत्या, महिला शोषण, नारी अत्याचार और नशा जैसी समाजिक बुराइयों से दूर रहना चाहिए। कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह से बचने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि देश और समाज के लोगों को कन्या भ्रूण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, मानव उत्थान, राष्ट्र निर्माण एवं अन्न, जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य करना चाहिए।

दातीश्री ने राष्ट्रवासियों से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग के बिना स्वच्छ भारत का सपना अधुरा है। इस सपने को पूरा करने के लिए हम सभी देशवासियों को एक साथ मिलकर काम करना होगा। नशाबंदी पर जोर देते हुए दातीश्री ने कहा कि नशा नाश की जड़ है। नशा जीवन को नाश करता है। नशा व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से  कमजोर बनाता है। इसलिए लोगों से नशा से दूर रहना चाहिए।

समारोह में राजस्थान के देवस्थान मंत्री श्री ओटाराम देवासी, श्रीमहंत श्रद्धापुरी जी महाराज, श्रीमहंत राधेश्यामपुरी जी महाराज, लाल महाराज और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री नरेश ओझा समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी तथा वाल्मीकि समाज के लोग मौजूद रहे।

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