top header advertisement
Home - उज्जैन << उज्जैन में आईटी पार्क के बनने से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा प्रथम चरण में 46 करोड़ रूपये की लागत से आईटी पार्क का निर्माण होगा मुख्यमंत्री डॉ.यादव जल्द आईटी पार्क का भूमि पूजन करेंगे कलेक्टर ने आईटी पार्क के भूमि पूजन के तैयारियों के संबंध में बैठक ली

उज्जैन में आईटी पार्क के बनने से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा प्रथम चरण में 46 करोड़ रूपये की लागत से आईटी पार्क का निर्माण होगा मुख्यमंत्री डॉ.यादव जल्द आईटी पार्क का भूमि पूजन करेंगे कलेक्टर ने आईटी पार्क के भूमि पूजन के तैयारियों के संबंध में बैठक ली


उज्जैन- मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जल्द ही उज्जैन में आईटी पार्क का भूमिपूजन करेंगे। उज्जैन में आईटी पार्क के बनने से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रथम चरण में 46 करोड़ रूपये की लागत से आईटी पार्क निर्मित होगा। उज्जैन के इतिहास में यह सुनहरा अवसर है आईटी पार्क के बनने से छात्रों का भविष्य उज्जवल बनाने के साथ-साथ औद्योगिक विकास के क्षेत्र में वृद्धि होगी। कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने प्रशासनिक संकुल भवन के द्वितीय तल पर स्थित सभा कक्ष में आईटी पार्क के भूमि पूजन की तैयारियों के संबंध में संबंधित शैक्षणिक संस्थानों के पदाधिकारियों के साथ बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत श्रीमती जयति सिंह, एमपीआईडीसी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश राठौर, एडीएम श्री अनुकूल जैन तथा संबंधित उच्च शैक्षणिक संस्थानों के जैसे एमआईटी, अवंतिका कॉलेज, विक्रम विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, शा.पॉलिटेक्नीक कॉलेज, अल्पाईन कॉलेज, प्रशांति कॉलेज, आईआईटी आदि शैक्षणिक संस्थानों के पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने संबंधित उच्च शिक्षण संस्थाओं के पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि भूमि पूजन कार्यक्रम को गरीमामयी उपस्थिति देकर कार्यक्रम को सफल बनाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि उज्जैन शहर के लिए आईटी पार्क की सौगात बहुत ही महत्वपूर्ण है। आईटी पार्क बनने से छात्रों को बेहतरीन उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त होगी और उज्जैन शहर के लिए औद्योगिक विकास को भी निरंतर वृद्धि होगी। उल्लेखनीय है कि उज्जैन में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के समीप आईटी पार्क का निर्माण किया जाएगा। उज्जैन में एक उभरता हुआ आईटी हब बनेगा। आईटी पार्क की संकल्पना के आधार पर डिजाईन में केंटिलीवर छज्जे, वक्राकार रेखाएं, गहराई का आभास देने वाले वैनिशिंग पॉईंट्स और दोहराने वाले पेटर्न शामिल होंगे। साथ ही आधुनिक कार्यालय कक्ष, सम्मेलन कक्ष, कैफेटेरिया, रिसेप्शन और अग्नि सुरक्षा उपकरण, लिफ्ट एचवीएसी प्रणाली और पर्याप्त जलापूर्ति अन्य सभी सुविधाओं से परिपूर्ण आईटी पार्क बनेगा। शहर की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से धार्मिक महतव जैसे श्री महाकालेश्वर मंदिर और कुम्भ मेला जैसे आयोजनों तथा विनिर्माण ईकाइयों के कारण पर्यटन द्वारा संचालित होती है। आईटी पार्क शुरू होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था में विविधता आएगी, पारंपरिक क्षेत्रों पर निर्भरता कम होगी ओर नवाचार संचालित विकास को बढ़ावा मिलेगा। आईटी कम्पनियों को उज्जैन में कम लागत में काफी लाभ हो सकता है जिसमें किफायती कार्यालय और कर्मचारियों के लिए न्यूनतम जीवन यापन की लागत शामिल होगी इसके अतिरिक्त शहर अपने राजनैतिक स्थान और बुनियादे ढ़ांचे के विकास की पहलों द्वारा समर्पित विस्तार और विकास के अवसर प्रदान करता है। उज्जैन में आईटी पार्क की स्थापना समग्र शहरी विकास और आर्थिक विकास दोनों के लिए आवश्यक है। आवंटित भूमि में फेज वाइज आईटी इकोसिस्टम एवं आईटी स्पेस का विकास किया जाएगा। प्रथम चरण में लगभग 5400 वर्गमीटर क्षेत्र में निर्माण किया जाएगा जिससे लगभग 1.2 लाख वर्ग फुट आवंटन योग्य आईटी स्पेस का निर्माण किया जाएगा। लगभग 30 आईटी इंडस्ट्री अपना प्लग एंड प्ले आधारित मॉडल पर कार्य प्रारंभ कर सकेगी। उज्जैन में निवेश के नए अवसर पैदा होंगे जिससे स्थानीय  रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

Leave a reply