डीजल की जगह अब 130 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी, शहर में 12 जगह बनेंगे स्मार्ट बस स्टॉप
महाकाल लोक बनने के बाद शहर में बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या को सुव्यवस्थित पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराने पर भी निगम की सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड ने काम शुरू कर दिया है। भविष्य में श्रद्धालुओं की संख्या के बढ़ने की संभावनाओं के बीच पब्लिक ट्रांसपोर्ट को अपग्रेड करने पर प्लान तैयार कर लिया है। शहर में 130 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे और खर्च भी कम हो। इसका विशेष ध्यान रखा गया है।
केंद्र सरकार की पीएम ई-बस सेवा स्कीम के तहत उज्जैन ने 100 इलेक्ट्रिक बसों की डिमांड रखी है, वहीं सूत्र सेवा के रूप में 30 इलेक्ट्रिक बसें भी मिलेगी। सभी बसें इलेक्ट्रिक होगी, जिससे पर्यावरण को नुकसान भी नहीं होगा। वर्तमान में संचालित डीजल बसों की यह जगह लेगी। कहीं भी खराब हो जाना या कंडक्टर का चिल्ला-चिल्लाकर सवारियों को बैठाने के नजारे भी नहीं दिखेंगे, क्योंकि इन बसों में ट्रेंड स्टॉफ होगा, जो सवारियों से ज्यादा समय का ध्यान रखेगा। वर्तमान में शहर में 14 सिटी बसें संचालित हो रही हैं लेकिन कई रूटों पर नहीं होने या घंटों के अंतराल के बाद बसों के समय के चलते यात्री परेशान होते हैं।