हवाई मार्ग से जुड़ेगी डोंगला वेधशाला, एमआइ-8 जैसे बड़े हेलिकाप्टर उतर सकेंगे
उज्जैन। आने वाले दिनों में डोंगला स्थित पद्मश्री डा.विष्णु श्रीधर वाकणकर वेधशाला पहुंचने के लिए हवाई मार्ग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। वेधशाला प्रबंधन द्वारा परिसर में हेलीपैड का निर्माण कराया जा रहा है। इस हेलीपैड पर एमआइ-8 जैसे बड़े हेलिकाप्टर को भी उतारा जा सकेगा।
विशाल हेलीपैड का निर्माण कराया जा रहा
वेधशाला प्रबंधन से जुड़े विश्वनाथ सोमन ने बताया डोंगला देश की ऐसी प्रमुख वेधशाला होगी जहां हेलिकाप्टर से पहुंचना संभव होगा। इसके लिए परिसर में विशाल हेलीपैड का निर्माण कराया जा रहा है। गुणवत्ता के उच्च मानकों के अनुसार बनाए जाने वाले इस हेलीपैड पर एमआइ-8 जैसे सेना के बड़े हेलिकाप्टर की लैंडिंग भी कराई जा सकेगी। फिलहाल स्ट्रक्चर डिजाइन के अनुसार हेलीपैड के फाउंडेशन का काम चल रहा है। कुछ महीनों में यह हवाई सेवा के लिए पूरी तरह तैयार हो जाएगा।
इसलिए भी खास वाकणकर वेधशाला
डोंगला संभवत: देश की पहली ऐसी वेधशाला है, जो खगोल विज्ञान के शोधार्थियों को घर बैठे शोध की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी कर रही है। वेधशाला में लगे टेलीस्कोप को नेट कनेक्टिविटी से जोड़ा जा रहा है। इसका फायदा यह होगा कि देश विदेश में रहने वाले शोधार्थी घर बैठे इस टेलीस्कोप के माध्यम आनलाइन ग्रह, तारे देख सकेंगे। यह काम मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (मेपकास्ट) तथा आइआइटी इंदौर के सहयोग से पूरा होगा।