अयोध्या से लौटकर महाकाल मंदिर में दी नगाड़ा प्रस्तुति
श्री महाकालेश्वर मंदिर में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान पुष्कर के दस सदस्यीय दल ने नगाड़े की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। दल के सदस्य अयोध्या में भगवान श्री राम के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मंगल वाद्य यंत्र की प्रस्तुति देकर भगवान महाकाल के आंगन में पहुंचे थे।
अयोध्या में मंगल वाद्य यंत्र नगाड़ा, शंख, झांझ, मंजीरे से राम भजन पर प्रस्तुति देने के बाद राजस्थान के पुष्कर निवासी नाथूलाल सोलंकी अपनी टीम के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर दर्शन करने आए थे। बाबा महाकाल के आंगन में वाद्य यंत्रों की प्रस्तुति देने के लिए उन्होने मंदिर समिति के कार्यालय में निवेदन किया था। अनुमति मिलने के बाद गणतंत्र दिवस के अवसर पर मंदिर परिसर के मार्बल चबुतरे पर दस सदस्यीय दल ने कर्पूर गौरंम करूणाव तारंम पर वाद्य यंत्रों के माध्यम से वादन की प्रस्तुति दी तो दर्शन को आए श्रद्धालु भी मंत्रमुग्ध हो गए। समूह प्रमुख सदस्य नाथूलाल ने बताया कि वे अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में नगाड़ा वादन की प्रस्तुति देने गए थे। वापस लौटने के दौरान भगवान महाकाल के दर्शन की इक्छा हुई। यहां पर पहुंचे तो बाबा महाकाल के लिए वादन करने की अनुमति मंदिर समिति से ली। उन्होने कहा कि वे आगे भी भगवान महाकाल के दरबार में नगाड़ा वादन के लिए मंदिर समिति मौका देगी तो वे तत्पर रहेेगें। वादन प्रस्तुति के बाद मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय पर श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल द्वारा दल प्रमुख सोलंकी व उनकी टीम के सदस्यों का दुपट्टा औढ़ाकर सम्मान किया।