टिक टिक की आवाज से सहमे यात्री, बीडीएस टीम ने किया बम डिफ्यूज, रेलवे स्टेशन पर ऐसे हुआ मॉक ड्रिल
सुबह आरपीएफ पुलिस को सूचना मिली थी उज्जैन रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर माल गोदाम के आसपास टिक टिक की आवाज आ रही है, संभवत है यहां पर बम हो सकता है। जिसके बाद आरपीएफ ने इस क्षेत्र को पूरी तरह से खाली करा लिया। टीम ने तुरंत बीडीएस को सूचना दी, जिसके बाद बीडीएस डॉग सहित अन्य सामान लेकर प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची और पूरे क्षेत्र को अपने कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी। बीडीएस की टीम ने बैग को सर्च कर देखा, जिसमें कुछ संदिग्ध सामान मिले, जिसे टीम ने डिफ्यूज कर दिया, बाद में आरपीएफ की टीम ने बताया कि ये सिर्फ एक मॉक ड्रिल था।
मंगलवार की दोपहर को रेलवे स्टेशन पर बीडीएस और आरपीएफ की टीम को देखकर रेलवे के यात्री अचानक से सहम गए, क्योंकि यह टीम रेलवे स्टेशन पर एक बम को खोज रही थी। लगभग आधे घंटे तक बीडीएस का डॉग और पूरी टीम इस बम को खोजती रही और जब उन्हें एक बैग से यह बम मिला तो उन्होंने तुरंत इसे डिफ्यूज किया।
सुबह आरपीएफ पुलिस को सूचना मिली थी उज्जैन रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफार्म पर माल गोदाम के आसपास टिक टिक की आवाज आ रही है, संभवत है यहां पर बम हो सकता है। जिसके बाद आरपीएफ ने इस क्षेत्र को पूरी तरह से खाली करा लिया। टीम ने तुरंत बीडीएस को सूचना दी, जिसके बाद बीडीएस डॉग सहित अन्य सामान लेकर प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची और पूरे क्षेत्र को अपने कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी। बीडीएस की टीम ने बैग को सर्च कर देखा, जिसमें कुछ संदिग्ध सामान मिले, जिसे टीम ने डिफ्यूज कर दिया, बाद में आरपीएफ की टीम ने बताया कि ये सिर्फ एक मॉक ड्रिल था।
इसीलिए की गई मॉक ड्रिल
एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि धार्मिक नगरी उज्जैन बड़ा धार्मिक शहर है, यहां संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल की जाती है। आज ऐसी ही एक ड्रिल कर आरपीएफ और बीडीएस की तैयारी का जायजा लिया गया।