दिव्यांग सतेंद्र ने मोटरसाइकिल से नाप डाली 4320 किमी की दूरी
मध्य प्रदेश| जुनून और जज्बा की वे मिसाल बन गए हैं। सतेंद्र सिंह लोहिया दिव्यांग हैं लेकिन जिंदगी को जीभर के जी लेने की उनमें जबर्दस्त ललक है। वे तैराकी में कई उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं। दुनिया के सबसे ठंडे कैटलीना चैनल को पार कर चुके हैं और उन्हें विक्रम अवार्ड भी दिया जा चुका है। अब उन्होंने एक और कारनामा कर दिखाया है। उन्होंने मोटरसाइकिल पर कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा पूरी की है।
दिव्यांग सतेंद्र ने बुधवार को कश्मीर पहुंचकर लाल चौक पर तिरंगा लहराया। वे 14 अप्रैल को कन्याकुमारी से अपने दो अन्य दिव्यांग साथी मुकुल कटारिया और प्रमोद धनेल के साथ कश्मीर के लिए रवाना हुए थे। कन्याकुमारी से मदुरई, सेलम, बैंगलुरु, हैदराबाद, बसंत नगर, तेलंगाना, भोपाल, ग्वालियर, करनाल, दिल्ली और जम्मू होते हुए श्रीनगर पहुंचे और वहां बाकायदा तिरंगा फहराया। मोटरसाइकिल से सतेंद्र और उनके दोनों साथियों ने 4320 किलोमीटर की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने रोज करीब 300 किलोमीटर की दूरी तय की।
इस दौरान सतेंद्र ने देशभर में कई दिव्यांगों से मुलाकात की और उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि देश के युवाओं विशेषकर दिव्यांगों को पैरा खेलों से जोड़ने और उसकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए यह यात्रा की।