औसत से 4 गुना ज्यादा बारिश हुई
मध्यप्रदेश में 'बेमौसम' बारिश, आंधी और ओलावृष्टि का दौर जारी है। मार्च से अब तक प्रदेश में 2.4 इंच (63 मिमी) बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश 11.3 मिमी से चार गुना से ज्यादा है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो मार्च-अप्रैल में 14 बार वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव हुए हैं। वहीं, चक्रवात और ट्रफ लाइनें भी गुजरीं। अभी भी तीन सिस्टम एक्टिव है। इस कारण बारिश का सिलसिला जारी है। गुरुवार को प्रदेश के नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और मंडला में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 1 मार्च से प्री-मानसून की एक्टिविटी शुरू हो जाती है, जो 31 मई तक जारी रहती है। इसके बाद जून में मानसून की एंट्री प्रदेश में हो जाती है। मार्च-अप्रैल में सामान्य बारिश का आंकड़ा एवरेज 11.3 मिमी है, लेकिन इस बार 63 मिमी बारिश हो चुकी है। मई के पहले सप्ताह में भी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश के लगभग सभी जिले भीग रहे हैं।
किसानों को सरकार देगी मुआवजा
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि बेमौसम बारिश प्राकृतिक आपदा है। किसानों पर जो संकट आया वह सरकार ने अपने ऊपर लिया है। हम पहले किसान हैं फिर मंत्री और मुख्यमंत्री हैं। हम जानते हैं किसान पर इस समय क्या बीत रही है। सरकार हर किसान का ख्याल रखेगी। सरकार ने खेतों में हुए नुकसान के सर्वे के निर्देश दिए है। एक हल्के में 10 किसानों का भी नुकसान हुआ है तो सरकार मुआवजा देगी। इसके अलावा फसल बीमा का भी किसानों को लाभ दिया जाएगा।