खेलो इंडिया : खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का सराहनीय प्रयास
संदीप कुलश्रेष्ठ
पूरे देश में खेलो इंडिया के अर्न्तगत विभिन्न खेल हो रहे हैं। इसके अर्न्तगत मध्यप्रदेश में भी 30 जनवरी से 11 फरवरी 2023 के दौरान 13 दिन तक 27 खेल खेलें जा रहे हैं। ये खेल 9 शहरों और 23 अन्य स्थानों पर खेले जा रहे हैं। इन सभी खेलों में 6 हजार से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। केन्द्र सरकार के इस प्रयास की जितनी भी सराहना की जाए कम है। सही मायने में यह खेलों इंडिया, खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का सराहनीय प्रयास ही कहा जायेगा।
गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले को प्रोत्साहन -
खेलो इंडिया के अर्न्तगत विभिन्न 27 खेलों में जो भी खिलाड़ी गोल्ड मेडल प्राप्त करेगा, उसे केन्द्र सरकार से 8 साल में ट्रेनिंग के लिए 40 लाख रूपए तक मिलेंगे। इससे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिल सकेगा और वे अपने खेलों में उच्च प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी योग्यता में और निखार ला सकेंगे।
इन्दौर में सर्वाधिक खेल -
मध्यप्रदेश के इंदौर में सर्वाधिक 6 खेल खेलें जा रहे हैं। इन खेलों में बास्केट बॉल, टेनिस, फुटबाल, टेबल टेनिस, वेटलिफ्टिंग और कबड्डी के खेल इंदौर में खेले जा रहे हैं। इन्दौर की विभिन्न स्पर्धाओं में 900 से ज्यादा खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। सबसे ज्यादा 260 खिलाड़ी वेटलिफ्टिंग में भाग ले रहे हैं। इसके लिए इंदौर को खिलाड़ियों के स्वागत के लिए सज-धज कर तैयार किया गया है।
उज्जैन में 2 स्पर्धाएँ -
खेलो इंडिया गेम के अर्न्तगत उज्जैन शहर में 2 स्पर्धाएँ आयोजित की जा रही है। उज्जैन में 1 से 3 फरवरी तक राष्ट्रीय स्तर की योगासन स्पर्धा हो गई है। 6 से 10 फरवरी तक मलखंभ की विभिन्न प्रतियोगिताएँ चल रही है। इन दोनों स्पर्धाओं में देशभर से 500 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
राज्य सरकार मेडल विजेता को 5 लाख रूपए देगी-
मध्यप्रदेश के जो भी खिलाड़ी विभिन्न खेलों में मेडल जीतेंगे, उन्हें मध्यप्रदेश सरकार आगे की तैयारी के लिए 5 लाख रूपए देगी। इससे खिलाड़ियों को अपने खेल में और निखार लाने में मदद मिल सकेगी। राज्य सरकार का यह प्रयास सराहनीय है।
इंडिया गेम्स का बजट 3200 करोड़ रूपए -
केन्द्र सरकार ने खेलों इंडिया गेम्स के अर्न्तगत खेलों और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए 5 साल के लिए बजट बढ़ाकर 3,200 करोड़ रूपए कर दिया है। खेलों के लिए इतनी राशि पहली बार की गई है। 2018 से 2022 तक 5 साल का कुल बजट 2,700 करोड़ रूपए ही था। इस प्रकार केन्द्र सरकार द्वारा खेलों के बजट में 500 करोड़ रूपए की बढ़ोत्तरी कर दी है। केन्द्र सरकार का यह निर्णय सराहनीय है।
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