चटक चाल्या ,चीन करे घणी कुछमात
चां चां ..... चीं चीं..... चूं चूं.......कूंग फूंग छूं छूं......बोलवा वालो पाडोसी चीन देस है। जिको राष्ट्रपति शीजींगपींग है । अपणा भारत की आजादी के टेम से ज स्याणपती करी रियो है।घणो आड़ो टेड़ो चली रियो है यो देस ! ईका कने घणी जमीन है ने घणी जादा आबादी है। इनकायां कमिनीस्ट सरकार है, जिमे कदी चुनाव को नाम निसान नी। एकज पाल्टी की सरकार है। इतरी जमीन होवा का बाद भी तिब्बत देश के हडपी लियो ने बापडा दलई लामा के देस निकालो दई ने भगई दिया, वी अबे भारत मे रेवे है, 1962 साल में जबरी जंग लडी ने अबी तक गुर्रई रियो है, चीन ।
डोकलाम में इनका जवान हूण की ठुकाई करी अपणी सेना ने।
पण पेली दान ऊका देस में कोरोना आयो तो जणता कीड़ा मकोड़ा की तरे मरी री है, इने वेक्सीन बी बनई, तो नकली निकली भारत का आगे फेल वईगी । कनावड़ो अब करे कई। घणा अडंगा लगतो अपणी टांग अड़ातो थो पण अबरके ऊकी हालत पतली हुई री है, दुनिया में ऊकी नकली चीज़ा साबित हुई री है, मााजनो बिगडी गयो वणी की।वणी की जी. डी. पी. बी नीचे चली री है, भारत से। कर बेटा हमारा देस से चटक चाल्या हमारा से।