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करवा चौथ के दिन चॉंदी के वर्क से चमकेंगें चिंतामन गणेश


उज्जैन । करवा चौथ पर भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन पुराण प्रसिद्ध चिंतामन गणेश मंदिर में भगवान का चांदी के वर्क से चोला श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर में दिनभर दर्शनार्थियों का तांता लगेगा। भक्तों को कोरोना नियम के तहत चिंतामन गणेश के दर्शन कराए जाएंगे। पं.शंकर पुजारी ने बताया उज्जयिनी के षड्विनायक में से एक भगवान चिंतामन गणेश की स्थापना प्रभु श्रीराम, माता सीता व लक्ष्मणजी ने की थी। इनकी पूजा करने से कष्टों का निवारण होकर सुख, समृद्धि तथा अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसी मान्यता के चलते करवा चतुर्थी पर दूरदाराज से भी हजारों भक्त चिंतमन गणेश के दर्शन करने आते हैं। इस बार करवाचौथ बुधवार को आने से ओर भी शुभफल प्रदान करने वाली रहेगी।

करवा चतुर्थी पर 22 घंटे रहेगा सुख, सौभाग्य का सर्वार्थसि‍द्धि योग
करवा चतुर्थी पर बुधवार को सालों बाद 22 घंटे तक सुख, सौभाग्य का सर्वार्थसि‍द्धि योग रहेगा। संयोग यह भी है कि इस दिन मृगशिरा नक्षत्र तथा मिथुन राशि के चंद्रमा की साक्षी रहेगी। ज्योतिषियों के अनुसार इस प्रकार के योग संयोग में भगवान गणेश, चौथ माता व चंद्रमा का पूजन अखंड सौभाग्य के साथ घर परिवार में सुख समृद्धि देने वाला माना गया है, क्योंकि साल के सबसे बड़ी चतुर्थी पर ऐसा संयोग सालों बाद बनता है।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी इस बार सालों बाद बुधवार के दिन आ रही है। इस दिन पंचांग के पांच अंगों की स्थिति सर्वश्रेष्ठ रहेगी। ऐसा महासंयोग सालों बाद आता है, जब मृगशिरा नक्षत्र, शिवयोग, कौलव करण तथा मिथुन राशि का चंद्रमा विद्यमान हो। क्योंकि चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान गणेश हैं। मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा तथा मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं। चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश, चंद्रमा व चतुर्थी माता के पूजन में चंद्रमा व बुध को साक्षी देव माना गया है। अर्थात पंचांग के पांच अंगों के स्वामी चतुर्थी पूजा के अधिष्ठात्रदेवों के स्वामी है। इसलिए निर्जल, निराहार रहकर इन देवताओं का पूजन करना मनोवांछित फल प्रदान करने वाला रहेगा।

अखंड सौभाग्य व अनुपम सौंदर्य की प्राप्ति होगी
करवा चतुर्थी पर योग, नक्षत्र व पंचाग की स्थिति देव कृपा से अखंड सौभाग्य व अनुपम सौंदर्य प्राप्त करने का संकेत दे रही है। इन विशिष्ट योगों की साक्षी में गणेश व चतुर्थी माता का पूजन शुभिच्छ प्रदान करने वाला रहेगा। इसदिन अखंड सौभाग्य व उत्तम वर की प्राप्ति के लिए महिलाएं व युवतियां साधना कर सकती हैं।

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