वर्ष में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मार्ती देख भक्त हुए अभिभूत
उज्जैन- उज्जयिनी में स्थित विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिण मुखी श्री महाकालेश्वर मंदिर में विराजमान भगवान श्री महादेव ने महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन 27 फरवरी को प्रातः पुष्प मुकुट (सेहरा) धारण कर भक्तों को अपने दिव्यरूप में दर्शन दिये। उसके उपरांत वर्ष में एक ही बार महाशिवरात्रि के दूसरे दिन भगवान श्री महाकालेश्वर की दोपहर में भस्मार्ती सम्पन्न हुईं। महाशिवरात्रि पर्व पर लगातार भगवान शिव के दर्शन 44 घण्टे दर्शनार्थियों ने किये। भगवान श्री महाकालेश्वर जी के सवामन पुष्प मुकुट(सेहरा) के दर्शन प्रातः से प्रारम्भ हुआ तत्पश्चात पूर्वान्ह्ः 10:30 बजे के लगभग मुकुट उतारा गया। इसके बाद अपराह्न 12 बजे भगवान महाकालेश्वर की वर्ष में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मार्ती प्रारंभ हुई। भस्मार्ती में भक्तों ने ध्यान मग्न होकर भगवान भोले नाथ की आरती का दर्शन लाभ लिया।