शनि-गुरू के दुर्लभ संयोग में आएगी नवरात्रि
17 अक्टूबर से नवरात्र प्रारंभ होने जा रहे हैं। इस साल नवरात्र पूरे 9 दिन रहेंगे। नवरात्र के शुरुआत में ही सूर्य राशि परिवर्तन कर कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश करेंगे। तुला राशि में पहले से ही वक्री बुध भी रहेगा, जिसके कारण बुधादित्य योग बनेंगे। इसके साथ ही 58 साल बाद शनि व गुरु का दुर्लभ योग भी बनेगा। ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के अनुसार इस बार नवरात्र में शनि मकर राशि में और गुरु धनु राशि में रहेंगे। यह दोनों ग्रह नवरात्र में एक साथ अपनी-अपनी राशि में स्थित रहेंगे।
2020 से पहले 1962 में भी इसी प्रकार के योग बने थे। 1962 में 29 सितंबर से नवरात्र प्रारंभ हुए थे। नवरात्र के प्रारंभ में सूर्य तुला राशि में प्रवेश कर नीच का हो जाएगा, वहीं 17 अक्टूबर को बुध व चंद्रमा भी तुला राशि में रहेंगे, लेकिन 18 को चंद्रमा वृश्चिक राशि में प्रवेश कर जाएगा। सूर्य बुध आदित्य योग पूरे नवरात्र में रहेगा। शनिवार से नवरात्र प्रारंभ होंगे। इस बार माता का वाहन घोड़ा होगा।
नवरात्र में यह रहेगी राशियों की दशा
मेष राशि : विवाह के साथ प्रेम में सफलता मिल सकती है।
वृषभ : शत्रु पर विजय, रोगों में लाभ होगा।
मिथुन : नौकरी में प्रमोशन के साथ धन लाभ होगा।
कर्क : सफलता के साथ सम्मान मिलेगा।
सिंह : भाई बहनों से मदद मिलने की संभावना रहेगी।
कन्या : स्थाई संपत्ति से लाभ हो सकता है।
तुला : सोचे कार्य समय पर पूरे होंगे।
वृश्चिक : अनावश्यक खर्च से बचें।
धनु : आय में बढ़ोत्तरी के संकेत
मकर : मानसिक तनाव रहेगा।
कुंभ : भाग्य वृद्धि का समय रहेगा।
मीन : वाहन सावधानी से चलाएं चोट लगने के संकेत हैं।