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अक्‍टूबर माह में पड़ेगे इतने व्रत और त्‍यौहार



हिंदू पंचांग के हिसाब से अक्टूबर महीना बहुत ही खास रहेगा। इसमें कई तीज-त्योहार मनाए जाएंगे। पुरुषोत्तम मास 16 अक्टूबर के समाप्त होगा। इसी के अलगे दिन 17 अक्टूबर से नवरात्र पर्व शुरू हो जाएगा। नौ दिन तक माता रानी के जयकारे गूंजेंगे। 25 अक्टूबर को दशहरा पर्व मनेगा। 30 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा और इसके अगले दिन 31 अक्टूबर से भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति के लिए समर्पित कार्तिक मास शुरू होगा।

तीन साल बाद पुरुषोत्तम मास का योग बना है। इस वजह से शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व रहता है। इस दिन दान-पुण्य और विशेष पूजन करने की परंपर है। कोरोना महामारी में पिछले छह महीने से धार्मिक कार्यक्रमों पर असर पड़ा है। इसमें अषाढ़ की नवरात्र, गणेश उत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समेत कई पर्व मंदिरों के बजाय घरों में ही मनाए गए। पंडित जगदीश शर्मा व पंडित रत्नेश शास्त्री ने बताया कि नवरात्र का पर्व शुरू होते हुए व्यापार में उछाल आएगा। कोरोना वायरस का असर कम होने लगेगा।

इस माह के प्रमुख तीज-त्योहार
- 13 अक्टूबर : अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी है। इसे कमल दकादशी भी कहते हैं। इस तिथि पर उपवास रखकर भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। पूजा-पाठ के बाद दान-पुण्य करना चाहिए।

- 16 अक्टूबर : अधिक मास की अमावस्या है। इस दिन अधिकमास का समापन होगा। समापन के दिन नदी, तालाब व सरोबर में स्नान के बाद जरूरतमंदों को धन व अनाज दान करने से शुभफल प्राप्त होता है।

-17 अक्टूबरः इस दिन से अश्विन मास के नवरात्र शुरू होंगे। घर-घर में घट स्थापना की जाएगी। सूर्य कन्या से तुला राशि में प्रवेश करेगा। देवी दुर्गा के साथ ही सूर्य के लिए भी विशेष पूजन करें।

- 20 अक्टूबर : अंगारक विनायकी चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश जी के लिए व्रत करें और भगवान को मोदक का भोग लगाएं।

- 24 अक्टूबर : दुर्गा अष्टमी है। इसे महा अष्टमी भी कहते हैं। इस दिन व्रत रखकर देवी दुर्गाजी की विशेष पूजा की जाती है।

- 25 अक्टूबर : नवमी है। इस दिन कन्याओं को भोजन कराने की परंपरा है। इसी दिन दशहरा पर्व भी है। भगवान श्रीराम जी व शमी के पेड़ की पूजा करें।

- 27 अक्टूबर : पापांकुशा एकादशी है। यह व्रत सभी पापों का प्रभाव खत्म करने वाला माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु जी के लिए व्रत रखें।

- 30 अक्टूबर : शरद पूर्णिमा है। मान्यता है कि इस तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के साथ रास किया था। यह श्रीकृष्ण जी की भक्ति का दिन है। महालक्ष्मी जी की पूजा करें।

- 31 अक्टूबर : इस दिन से कार्तिक मास शुरू हो जाएगा। यह पूरा महीना भगवान श्रीकृष्ण जी की भक्ति के लिए जाना जाता है।

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