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LPG का उपयोग करते समय बरतें ये सावधानियां, वरना हो सकता हादसा



प्रजेंट सिनोरियो में शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी तरल पेट्रोलियम गैस का प्रयोग किया जा रहा है. एक दौर में महिलाएं लकड़ी और उपले के ईधन से चूल्हे पर खाना पकाती थीं लेकिन अब वक्त बदल गया है लिहाजा अधिकांश घरों में गैस पर भोजन पकाया जाता है. LPG जितनी फायदेमंद है उतनी खतरनाक भी है. अति ज्वलनशील होने के कारण इसके प्रयोग के दौरान अगर किसी ने जरा सी भी लापरवाही बरती तो ये आप किसी हादसे का शिकार हो सकते हैं. जैसा कि आप आए दिन ही गैस सिलेंडर से होने वाली घटनाओं के बारे में पढ़ते हैं. इसलिए इसे प्रयोग करते समय आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी आवश्यक हैं. यहां हम आपको इसके सही प्रयोग के टिप्स दे रहे हैं. 

हमेशा चैक करें सिलेंडर की एक्सपायरी डेट
जब भी आपके घर में गैस सिलेंडर आए तो इसकी जांच जरूर करें कि कहां आपको एक्सपायरी डेट का सिलेंडर तो नहीं मिला. बता दें कि घरों में होने वाले कई हादसों की वजह एक्सपायरी सिलेंडर भी होते हैं. वैसे तो पेट्रोलियम कंपनियां सिलेंडर की एक्सपायरी डेट हमेशा ही ध्यान में रखती हैं लेकिन फिर एक जागरुक उपभोक्ता होने के तौर पर आपको भी इसकी जांच करनी चाहिए. क्योंकि कालाबाजारी के चक्कर में कुछ सिलेंडर सुरक्षा चेक से बच जाते हैं और गलती से आपके घर पहुंच जाते हैं. सिलेंडर की एक्पायरी डेट करना कोई बेहद कठिन काम नहीं है. इसलिए आपको सिर्फ सिलेंडर पर लिखे कुछ अक्षर को ध्यान में रखना आवश्यक होता है. सिलेंडर आपने ए, बी, सी, डी और उसके आगे कुछ नंबर लिखे देखे होंगे. 

ऐसे होती है सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की जांच
इन अक्षरों में ए का मतलब है जनवरी से मार्च,  बी यानी अप्रैल से जून, सी का मतलब जुलाई से सितंबर और डी अक्टूबर से दिसंबर. इसके आगे लिखे अंकों का संबंध एक्सपायरी महीने के खत्म होने वाले साल से होता है. उदाहरण के लिए सिलेंडर पर अगर ए-24 लिखा है तो इसका मतलब सिलेंडर की एक्सपायरी डेट साल 2024 में जनवरी से मार्च तक होगी. अगर सिलेंर पर बी-20 लिखा है तो इसका मतलब है कि 2020 में अप्रैल से जून के बीच सिलेंडर एक्सपायर हो रहा है. अब आगे से सिलेंडर लेते समय उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें.

रसोई में काम करते वक्त रखें इन बातों का ख्याल
गैस पर काम करते वक्त किचन में सूती कपड़े सूती एप्रन पहने रहें न कि सिंथेटिक. क्योंकि सिंथेटिक जरा सी लापरवाही होने पर आग जल्द आग पकड़ता है. 

चालू गैस पर कुछ चढ़ा कर भूल न जाएं, उस पर पूरा ध्यान रखें. साथ ही हवा के आवागमन के लिए सभी दरवाजे और खिडकियां खोल दें. 

किचन में  काम करते वक्त अगरबत्ती, मोमबत्ती और या लैंप का प्रयोग भूलकर भी न करें.

जहां पर गैस रखी हुई है उस जगह आस-पास मिट्टी का तेल या अन्य स्टोव ना रखें.

गैस लीक होने पर रेग्यूलेटर को हटाकर सेफ्टी कैप लगा दें और उसे सिलेंडर को खुले में रखकर वितरक को सूचना दें.

गैस का रेगुलेटर बंद कर दें और सारे गैस स्टोव भी बंद ही रखें.

सेफ्टी टोपी को सिलेंडर के ऊपर वापस लगा दें. 

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