सिंहस्थ में एलईडी घोटाला, 1157 की जगह 400 एलईडी लाईट मिली
10 प्रतिशत जांच में ही खुलने लगी घोटाले की परतें, पार्षद माया त्रिवेदी ने 2017 में की थी शिकायत-शुक्रवार को मौके पर जांच करने पहुंचा दल-22 करोड़ की 11 हजार 330 एलईडी लाईट में 4 करोड़ से अधिक के घोटाले का अंदेशा
उज्जैन। सिंहस्थ में खरीदी गई करीब 22 करोड़ की 11 हजार 330 एलईडी लाईट में हुए करीब 4 करोड़ के घोटाले की परतें अब खुलने लगी हैं। पार्षद माया राजेश त्रिवेदी द्वारा साक्ष्यों के साथ इस घोटाले को उजागर किया था जिसकी जांच हेतु दल शुक्रवार को जब मौके पर पहुंचा तो सच्चाई सामने आ गई। वार्ड क्रमांक 12 और सवारी मार्ग पर ही जांच में सामने आया कि इन दो स्थानों पर ही 1157 में कुल 400 एलईडी लाईट मिली ऐसे में 750 लाईटों का घोटाला मात्र दो जगह की जांच में ही सामने आ गया।
पार्षद माया राजेश त्रिवेदी ने साक्ष्यों के साथ आर्थिक अपराध को एलईडी घोटाले की नवंबर 2017 में की थी जिस पर आर्थिक अपराध शाखा ने प्रकरण को पंजीबध्द कर जांच में लिया था और उसके तहत शुक्रवार को विभिन्न विभागों के प्रमुख इंजीनियरों की टीम जिसमें लोकनिर्माण विभाग, एमपीईबी, उर्जा विकास निगम, नगर निगम, आर्थिक अपराध ने पार्षद माया त्रिवेदी के साथ शिकायत के बिंदुओं में वार्ड क्रमांक 12 और सवारी मार्ग पर जांच की। जिसमें वार्ड क्रमांक 12 में 634 में से 142 लाईट ही मिली। साथ ही सवारी मार्ग पर 523 लाईटों की जगह 258 लाईटें ही गिनती में आई। 1157 में कुल 400 मिली करीब 750 लाईटों का घोटाला मात्र दो जगह की जांच में ही सामने आया है अभी तो 11 हजार 330 में 10 प्रतिशत की ही जांच हुई है। जिसमें आधे से अधिक एलईडी लाईटों का घोटाला सामने आ गया है। जांच के दौरान श्रवण शर्मा, पंकज सोलंकी, सुनील चैधरी, सोहेल कुरैशी, जमील कुरैशी, योगेश टांक आदि भी मौजूद रहें।