भस्मार्ती चलायमान मांग को निरस्त करने की मांग
उज्जैन। सनातन धर्म की परंपरा रही है कि जब भी मंदिरों में विशेष आरती पूजा होती है तो उसमें श्रध्दालु रूक कर दर्शन करते हैं। देश के अनुक ऐसे मंदिर हैं जहां लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं लेकिन वहां के प्रशासक व ट्रस्ट ने परंपराओं को नहीं बदला। श्री महाकालेश्वर मंदिर में कम श्रध्दालुओं की संख्या होती है फिर भी नगर के कतिपय लोग अनर्गल मांग करते हैं और मंदिर समिति ऐसे अनर्गल बातों पर विचार करती है जिससे परंपरा पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज की नगर इकाई अध्यक्ष आयुष पुरोहित ने धर्मस्व मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि अनर्गल मांग करने वाले व्यक्तियों पर मंदिर समिति को कार्यवाही करना चाहिये और भस्मारती चलायमान की मांग को निरस्त की जाना चाहिये।