संजा लोकोत्सव में हुई लोकगीत, लोकनृत्यों की प्रतियोगिता
चार वर्ष से लेकर अट्ठावन वर्ष के 175 प्रतियोगियों ने लिया हिस्सा- मालवी, राजस्थानी, मराठी, पंजाबी, सिंधी, भोजपुरी, गुजराती लोक गीत तथा लोक नृत्यों ने दर्शकों का मन मोह लिया
उज्जैन। संजा लोकोत्सव के अंतर्गत बुधवार को सामूहिक लोक गीत, लोक नृत्य तथा एकल लोक नृत्य की प्रतियोगिता कालिदास अकादमी संकुल हाॅल में आयोजित की गई जिसमें चार वर्ष से लेकर अट्ठावन वर्ष के प्रतियोगियों ने भाग लिया।
मालवी, राजस्थानी, मराठी, पंजाबी, सिंधी, भोजपुरी, गुजराती आदि लोक गीत तथा लोक नृत्यों से प्रतियोगियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस प्रतियोगिता में लगभग 175 प्रतियोगियों ने भाग लिया जिनमें स्कूली बच्चे, टीचर्स, गांव की मंडलियां तथा विभिन्न प्रोफेशन से जुड़ी महिलाएं भी सम्मिलित थी। नृत्य प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में प्रमोद मेहता इंदौर, सीमा शर्मा नागदा तथा साधना जैन इंदौर थीं। लोकगीत प्रतियोगिता के निर्णायक प्रमोद मेहता इंदौर, नरेन्द्र पंवार उज्जैन एवं सुंदरलाल मालवीय उज्जैन थे। कार्यक्रम का संचालन लोकेश सिंह तोमर तथा डॉ. स्वाति तेलंग ने किया एवं आभार संस्था की मानसेवी निदेशक डॉ. पल्लवी किशन ने माना।