top header advertisement
Home - उज्जैन << जैन समाज के उच्च शिक्षित, प्रोफेशनल युवक-युवतियों के लिए हुआ जैन मेट्रीमोनियल गेट टू गेदर

जैन समाज के उच्च शिक्षित, प्रोफेशनल युवक-युवतियों के लिए हुआ जैन मेट्रीमोनियल गेट टू गेदर



बीजेएस ने की नई पहल जिसमें युवक-युवतियों को दी जीवनसाथी चुनने की जिम्मेदारी-देशभर से 120 युवक-युवतियों ने लिया हिस्सा
उज्जैन। भारतीय जैन संगठन ने रविवार को उच्च शिक्षित एवं प्रोफेशनल जैन युवक-युवतियों के लिए परिचय सम्मेलन का आयोजन किया जिसमें नई पहल के माध्यम से योग्य जीवन साथी के चयन प्रक्रिया में बदलाव करते हुए बदलते जमाने में समाज के उच्च शिक्षित युवक एवं युवतियों को योग्य जीवन साथी चुनने की जिम्मेदारी एवं अधिकार दिये इस सम्मेलन में अभिभावकों ने मददगार की भूमिका का निर्वाह किया। इस परिचय सम्मेलन में देशभर से सीए, सीएस, डाॅक्टर, इंजीनियर जैसे उच्च शिक्षित एवं प्रोफेशनल 120 युवक युवतियों ने भाग लिया। सम्मेलन के सूत्रधार संगठन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रफुल्ल पारिख पूना से उपस्थित हुए।
सम्मेलन का उद्घाटन पूर्व मंत्री बाबूलाल जैन, डाॅ. सतविंदरसिंह सलूजा, ओम जैन, साशा जैन, कल्पना सुराणा  द्वारा किया गया। ओम जैन के अनुसार जैन मेट्रीमोनियल गेट टू गेदर के इस आयोजन में उच्च शिक्षित एवं प्रोशनल लाईफ जी रहे समाज के बेटे बेटियों ने अपने लिये योग्य जीवनसाथी की तलाश की। नई प्रक्रिया समाज को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई जिसमें समाज के उच्च शिक्षित युवक-युवतियां अपने ही समाज में रिश्ते तय करेंगे ताकि युवतियों का समाज से पलायन रूकेगा। वहीं सगाईयां टूटेंगी नहीं, तलाक के प्रकरण कम होंगे तथा विवाह के पश्चात परिवार में खुशियां बढ़ेंगी। इस प्रक्रिया में भी चयन का अंतिम निर्णय अभिभावकों की सहमति से होगा। बीजेएस द्वारा आयोजित किये गये इस परिचय सम्मेलन में युवक-युवतियों ने अपने क्राईटेरिया एवं पैरामीटर्स को ध्यान में रख कर जीवनसाथी चयन करने के प्रयास किये, वहीं चयन किये हुए जीवनसाथी को एक दूसरे को मानसिक रूप से जानने में मदद मिली। इस चयन प्रक्रिया में युवक-युवतियों पर रिश्तेदार एवं मित्र परिवार का मानसिक या अन्य दबाव नहीं रहा, इसमें केवल युवक-युवतियां ही शामिल हुए। युवक-युवतियों द्वारा चयन किये गये प्रस्ताव अभिभावकों के समक्ष रख उनके अनुभव के आधार पर सहमति लेना इस प्रक्रिया का महत्वपूर्ण अंग रहा। रिश्ता आपसी सहमति से तय होने की वजह से भविष्य में शिक्षा एवं कैरियर के मामले में सहयोग मिलेगा। सम्मेलन में युवक-युवतियों ने एक दूसरे के स्वभाव, आदतें, शिक्षा, रूचि, स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति तथा परिवार के बारे में जाना।

Leave a reply