हजारों किलोमीटर दूर से बाबा महाकाल के दर्शन को आने वाले श्रध्दालुओं को सुगम हो दर्शन
भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री ने जनप्रतिनिधियों से की मांग-शिप्रा, शहर और मिल मजदूरों के हित में चिंता करने का भी दिया सुझाव
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्था उन श्रध्दालुओं को देखकर की जावे जो बाबा में अपनी आस्था के कारण हजारों किलोमीटर दूर से आते हैं और आम श्रध्दालु जो घंटो लाईनों में लगकर दर्शन करते हैं जिनको ना तो मंदिर समिति द्वारा कोई शाल ओढ़ाई जाती है और न ही प्रसाद के पैकेट देते हैं। उज्जैन में बाबा महाकाल ही है जिसके कारण देशभर के लोगों का आना होता है, मंदिर की सुव्यवस्था की जावे, आम लोगों को सुलभता से व सम्मानजनक दर्शन हो सकें।
भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चे के प्रदेश महामंत्री मुकेश टटवाल ने उज्जैन जिले के समस्त जनप्रतिनिधियों से उक्त मांग करते हुए अनुरोध किया कि बाहर से आने वाले श्रध्दालुओं को उज्जैन में सभी प्रकार की सुविधा प्राप्त हो, उनको आने जाने से लेकर रहने, खाने, ठहरने, वाहन पार्किंग, सुरक्षा की व्यवस्था हो न कि केवल मंदिर में विकास केवल वीआईपी को दर्शन कराने का हो, अपनो को काम में लगाने आदि को ही विकास मानते हैं और मेरा सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह है कि उज्जैन के विकास के लिए पीने के पानी के लिए गंभीर डेम की क्षमता बढ़ाने हेतु कार्य किया जाए, सप्तसागरों का विकास हो जिससे शिप्रा नदी प्रवाहमान बनी रहे। उज्जैन भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षास्थली है इसलिए यहां बड़े शिक्षा केन्द्र खोले जावे। मेडिकल काॅलेज, प्रशिक्षण केन्द्र आदि खुले जिससे रोजगार की उपलब्धता हो। यातायात पार्किंग की व्यवस्था पूरे शहर में की जावे। रोजगार के साधन उपलब्ध कराने हेतु शहर की प्रसिध्द वस्तुओं का पूरे देशभर में प्रचार-प्रसार कर उनकी बिक्री बढ़ाई जावे। उज्जैन में फल, फूल, सब्जी का बड़े स्तर पर उत्पादन कर बड़े शहरों में बिक्री की व्यवस्था की जावे। बंद मिलों की भूमि का रोजगार योजनाओं के लिए उपयोग किया जावे और मजदूरों को उनकी राशि उपलब्ध हो। इस हेतु जिले के सभी प्रतिनिधि कार्य करें।