रूट कैनाल ट्रीटमेंट दंत चिकित्सा पर हुई दो दिवसीय कार्यशाला
आरसीटी विशेषज्ञ डॉ. हिमांजय सक्सेना ने उज्जैन के दन्त चिकित्सकों को दिया नई चिकित्सा प्रणाली का प्रशिक्षण
उज्जैन। रुट कैनाल ट्रीटमेंट (आरसीटी) दन्त चिकित्सा पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन उज्जैन में पहली बार हुआ। जिसमें बताया कि रूट कैनाल ट्रीटमेंट दंत चिकित्सा का वह ब्रह्मास्त्र है जो खराब दांतो को नवजीवन देता है। यदि सामान्य आंकड़ा देखा जाए तो भारत मे इस ट्रीटमेंट का सक्सेस रेट लगभग 65 प्रतिशत है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की उपचार पद्धति से इस आंकड़े को 95 प्रतिशत तक ले जाया जा सकता है।
काॅसमाॅस माॅल चैराहे पर महाकाल मुख दन्त चिकित्सालय पर आयोजित दो दिवसीय क्लीनिकल कार्यशाला में विख्यात आरसीटी विशेषज्ञ डॉ. हिमांजय सक्सेना ने नई चिकित्सा प्रणाली का प्रशिक्षण उज्जैन के प्रतिष्ठित दन्त चिकित्सकों को दिया ताकि उज्जैन में नव चिकित्सा प्रणाली से जनता लाभान्वित हो सके। डॉ हिमांजय के अनुसार नई प्रणाली क्रांतिकारी है, चिकित्सा सुगम एवं पहले से ज्यादा सफल होगी। कार्यक्रम का शुभांरभ मुख्य अतिथि आई.डी.ए अध्यक्ष डॉ संजय जोशी ने दीप प्रजवलित कर किया। इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित डॉक्टर्स डॉ. शलभ राय, डॉ अर्चना कटारिया, डॉ गुंजन पारीक राणा, डॉ कृष्णा पस्टारिया, डॉ जीशान उस्मानी, डॉ दिनेश इंडेरिया एवं मनासा से डॉ संजय माहेश्वरी ने हिस्सा लिया एवं समाज को बेहतर चिकित्सा प्रदान करने का उद्देश्य स्थापित किया।