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दशलक्षण धर्म ऐसे मनाना चाहिए जो आपको बदल दे -प्रभा दीदी


ध्वजारोहण के साथ प्रारंभ हुआ शिविर का प्रथम दिन

शिविर के प्रथम दिन उत्तम क्षमा धर्म एवं दूसरे दिन आज उत्तम मार्दव धर्म की पूजा होगी
उज्जैन। श्री महावीर तपोभूमि में मुनि श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के आशीर्वाद से श्रावक संस्कार शिविर प्रारंभ हुआ उज्जैन में ऐसा प्रथम बार हुआ है कि दशलक्षण धर्म के शिविर का प्रारंभ ध्वजारोहण से हुआ। ध्वजारोहण करता प्रभा दीदी स्नेह लता सोगानी सारिका जैन एवं पंडित श्रेयांश जैन ने किया। लगभग 200 लोग श्रावक संस्कार शिविर में एक जैसी वस्त्र धारण करें महिलाओं ने शिविर की साड़ी तो पुरुषों ने शिविर के धोती पंछा पहने एवं भगवान का अभिषेक शांतिधारा नित्य नियम की पूजा दशलक्षण धर्म में मंगलवार को उत्तम  क्षमा धर्म की पूजा भक्ति भाव पूर्वक हुई।
तत्पश्चात प्रभा दीदी के प्रवचन हुऐ संपूर्ण शिविर में आज सुबह एकासन भजन दोपहर में तत्व चर्चा शाम को जलपान ग्रहण करने के बाद 1 घंटे का ध्यान भगवान की आरती प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। ट्रस्ट के सहसचिव डॉ. सचिन कासलीवाल ने बताया कि दशलक्षण धर्म में प्रत्येक दिन अलग-अलग धर्म की पूजा होती है एवं प्रत्येक दिन श्रावक अपने इच्छा अनुसार व्रत पूजा उपास एकशन के साथ-साथ त्याग इत्यादि भी करते हैं श्री महावीर तपोभूमि में इन दिन श्रावक संस्कार शिविर आयोजित किया जा रहा है। जिसमें संपूर्ण धर्मालु लंबी लोग बड़े भक्ति भाव पूर्वक नाच गाकर पूजा संपन्न कर रहे हैं शुद्ध वस्त्र एवं शुद्ध भोजन के साथ दीन दुनिया से दूर मोबाइल टीवी समाचार पत्र परिवार से दूर रहकर कड़ी साधना में लीन हैं शिविर प्रातः 5.30 बजे प्रारंभ हो जाता है जो लगभग रात 9 बजे तक चलता है तत्पश्चात सभी शिविर आरती विश्राम करते हैं।
इन दिनों आचार्य विद्यासागर जी महाराज के संघ की ब्रह्मचारिणी दीदी जोकि मुनि श्री प्रज्ञा सागर जी महाराज के गृहस्थ जीवन की बहन है प्रभा दीदी जबलपुर के सानिध्य में श्री महावीर तपोभूमि में यह शिविर आयोजित किया जा रहा है। जो प्रत्येक दिन शिविर के सभी लोगो को धर्मों के बारे में समझाएंगे एवं ध्यान, पूजा जीवन जीने का प्रबंध एवं आत्मा की शुद्धि, अपने आप की शुद्धि और निर्मल भाव कैसे आए अनेक विषयों पर समझाते हुए प्रशिक्षण भी देंगे। आज प्रभा दीदी ने प्रवचन में कहा कि पर्युषण में क्षमा पर्व तो हम हर बार मनाते हैं लेकिन इस बार क्षमा पर्व और दशलक्षण धर्म ऐसा मनाए की जो हमारे पिछले कर्मों का नाश करते हुए आने वाले समय में जीवन के भवसागर से पार कराएं दीदी ने आज सभी को आर्य मौन से रहने का संकल्प दिलाया और कहां की बुधवार को हम उत्तम मार्दव धर्म की पूजा कर अपने संकल्पों का खुद अनुक्रमण करते हुए अपने नंबर बढ़ाएंगे। 
तपोभूमि में मंगलवार को आज श्री रत्न मंदिर की शांति धारा करने का सौभाग्य केवल चंद जी महावीर कुमार जी कासलीवाल महावीर भगवान की शांति धारा करने का सौभाग्य सुनील जी जैन ट्रांसपोर्ट मुनीसुव्रत नाथ भगवान की शांति धारा करने का सौभाग्य हेमंत गगवाल नेमिनाथ पार्श्वनाथ की सुरेश जैन राजेंद्र लुहाड़िया संजय बड़जात्या एवं धीरेंद्र सेठी श्री कालीकुंड पाश्र्वनाथ का वीरसेन जी जैन को प्राप्त हुआ एवं शिविर में विराजमान 1008 श्री महावीर भगवान की शांति धारा करने का सौभाग्य ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल कुमार यतिन प्रमित् मोदी को प्राप्त हुए प्रथम अभिषेक करने का सौभाग्य सचिव दिनेश जैन सुपर फार्मा एवं सुगंधित कलश करने का सौभाग्य संजय बड़जात्या को प्राप्त हुआ एवं 1008  श्री शंभूनाथ भगवान की शांतिधारा करने का सौभाग्य संजय बालमुकंद को प्राप्त हुआ एवं शिविर के भोजन की व्यवस्था का लाभ स्नेह लता सोगानी एवं सोगानी परिवार को प्राप्त हुआ शिविर में विशेष रूप से संस्थापक अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला कोषाध्यक्ष इंदर मल जैन उपाध्यक्ष विमल जैन पाटनी रमेश जैन एकता ज्वेलर धर्मेंद्र सेठी चंदा गिरीश बीलाला मीना जैन मोनिका सेठी सुलोचना सेठी अंजू ओम जैन सोनिया जैन हंस कुमार जैन पुष्पराज ज्योति जैन भूषण जैन विकास सेठी आदि संपूर्ण का विशेष सहयोग रहा।

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