श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को बताया था ये सूत्र, बेहतर जीवन के लिए घर में हमेशा होनी चाहिए ये पॉच चीजें
भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में अर्जुन को न सिर्फ हथियार उठाने के लिए प्रेरित किया, बल्कि रणभूमि से योगेश्वर श्रीकृष्ण ने गीता का जो संदेश दिया वो आज भी जगत के जनमानस का मार्गदर्शन करता है। जीवन से सुख-दुख, विपदा और खुशी को उन्होंने गीता रुपी माला में श्लोकों के मोती बनाकर पिरोया और इस अनमोल माला को मानवमात्र के पथप्रदर्शन के लिए समर्पित कर दिया।
श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया तो धर्मराज युधिष्ठिर को उन्होंने जीवन को बेहतर तरीके से जीने और समृद्धि के सूत्र बताए थे। भगवान श्रीकृष्ण के इन सूत्रों को आत्मसात कर आप भी अपने जीवन को सुखी, समृद्ध और खुशहाल बना सकते हैं। श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर से बेहतर जीवन के लिए घर में पांच वस्तुओं को रखने की बात कही थी।
जल
भगवान श्रीकृष्ण ने युद्धिष्ठिर को अपने राज्य में जल की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। जिससे राज्य की प्रजा को जल की कमी का सामना ना करना पड़े। शास्त्रों में जल का महिमामयी गुणगान किया गया है। इसलिए शुद्ध और पवित्र जल को घर में रखने से घर में सकारात्मक माहौल बनता है।
चंदन
श्रीकृष्ण ने घर में चंदन रखना भी आवश्यक बताया है। उन्होंने इस बात को सांप का उदाहरण देकर समझाया कि जैसे चंदन के पेड़ से विषैले सर्प लिपटे रहते हैं, लेकिन चंदन के गुणों पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। उसी तरह चंदन घर मॆ रखने से घर की नकारात्मकता का नाश होता है और घर की बुरी शक्तियों से रक्षा होती है।
गाय का घी
श्रीकृष्ण और गाय एक-दूसरे के पूरक थे। श्रीकृष्ण ने गौसेवा को परमधर्म बताया है इसलिए उन्होंने गाय के घी को अतिपवित्र बताते हुए इसको घर में रखने की बात कही है। गाय के घी का दीपक पूजास्थल पर जलाने से घर में सकारात्कता का संचार होता है।
शहद
शहद का महत्व बतलाते हुए श्रीकृष्ण ने कहा कि शहद अत्यंत पवित्र प्राकृतिक खाद्य पदार्थ है। शहद से घर का वातावऱण शुद्ध होता है और इसमें सकारात्मकता फैलाने की शक्ति होती है, जिससे घर ने नकारतम्कता दूर होती है। शहद से घर का वातावरण शुद्ध होने साथ सेवन से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।
वीणा
देवी सरस्वती को विद्या की देवी माना गया है। इसलिए मां शारदा की प्रतिमा या वीणा को घर में रखने को कहा है। इससे बुद्धि का विकास होने के साथ घर में सकारात्म ऊर्जा का संचार होता है।