नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की
उज्जैन। संजय नगर नानाखेड़ा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह यज्ञ के चतुर्थ दिन कथा प्रसंग में भगवान बाल कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।
कथा प्रवक्ता पं. सुनील कृष्ण व्यास बेरछा मंडी वालों ने वामन प्रसन्न की कथा का विस्तार से वर्णन किया और बताया वामन और बलि की कथा गुरु की महिमा की कथा है गुरु शुक्राचार्य जी अपने शिष्य को अंतिम समय तक भी डूबने नहीं देते गुरु और शिष्य की परंपरा को कैसे निर्वाह किया जाए शिक्षा देती है। गुरु शुक्राचार्य और बलि की कथा गुरु के होते भगवान वामन भी बली को नहीं चल पाए। आपने कथा प्रसंग में सूर्यवंश के सभी राजाओं का संक्षेप में चित्रण सुनाते हुए एकादशी व्रत की महिमा का सुंदर व्याख्यान दिया। आपने हरिश्चंद्र की कथा के द्वारा बताया जीवन में सत्य का बड़ा मोल है और जो व्यक्ति सत्य का आश्रय लेता है वह परेशान हो सकता है परंतु परास्त नहीं होगा। सूर्यवंश के कई प्रतापी राजाओं के बाद आपने सूर्यवंशम में भगवान राम जन्म की कथा का अद्भुत वर्णन किया राम कथा का सार समझाते हुए आपने कहा रामायण जीना सिखाती है और राम चरित्र मानस के हर पात्र हर व्यक्ति को जीने की शिक्षा देते हैं पूरी राम चरित्र मानस में एक भी पात्र ऐसा नहीं है जो हमें जीवन जीने की कला सिखाता हो। कथा प्रसंग में पांडाल में भगवान श्री बाल कृष्ण का जन्मोत्सव नंदोत्सव मनाया गया पूरा पांडाल अबीर गुलाल की चिताओं से फूलों से सजाया गया और जैसे ही वसुदेव बने युवक के सिर पर बाल कृष्ण को लाया पूरा पांडाल नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। कथा प्रसंग में आज पांचवे दिन भगवान बाल कृष्ण की बाल लीलाओं का चित्रण और गोवर्धन नाथ पूजन छप्पन भोग का आयोजन किया जाएगा। समिति के सदस्यों ने सभी भक्तों से कथा में आने का अनुग्रह किया है।