राम नवमी के दिन ऐसे करें भगवान की श्रीराम की पूजा, भक्त रखतें है व्रत
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी का त्यौहार चैत्र शुक्ल की नवमी मनाया जाता है. इस दिन ही चैत्र नवरात्र की समाप्ति भी हो जाती है. हिंदु धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था इसलिए इस शुभ तिथि को भक्त लोग रामनवमी के रुप में मनाते हैं. मान्यता के अनुसार इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य के भागीदार होते है.
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी की पूजा के लिए आवश्यक सामग्री रोली, ऐपन, चावल, जल, फूल, एक घंटी और एक शंख हैं. पूजा के बाद परिवार की सबसे छोटी महिला सदस्य परिवार के सभी सदस्यों को टीका लगाती है.
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी की पूजा में पहले देवताओं पर जल, रोली और ऐपन चढ़ाया जाता है, इसके बाद मूर्तियों पर मुट्ठी भरके चावल चढ़ाये जाते हैं. पूजा के बाद आरती की जाती है और आरती के बाद गंगाजल या सादा जल एकत्रित हुए सभी जनों पर छिड़का जाता है.
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी हिंदु संस्कृति में बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है। धार्मिक पोथी-पत्रों के मुताबिक इस दिन विशेष पूजन करने, दान पुण्य करने से परलोक सुधारता है।
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करने से विशेष पुण्य मिलता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। इसीलिए इस दिन पूरे समय पवित्र मुहूर्त होता है। इस दिन नए घर, दुकान या प्रतिष्ठान में प्रवेश किया जा सकता है।
रामनवमी के दिन क्या करें
नवरात्रि के नौंवे दिन यानी रामनवमी के दिन मां दुर्गा के नवमें स्वरूप सिद्धिदात्री की उपासना करें. अपनी शक्तिनुसार मां दुर्गा के नाम से दीप प्रज्ज्वलित करें.
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी के दिन ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करें। भगवान राम की तस्वीर को गंगाजल या किसी पवित्र नदी के जल से पोंछे। भगवान राम को खीर या मेवे का भोग लगाएं।
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी के दिन अपने बुजुर्गों का आर्शीवाद अवश्य लें। रामनवमी के दिन पास के किसी राम मंदिर में जाकर दिया जलाएं और प्रसाद चढ़ाए। पूजा के बाद प्रसाद को ज्यादा से ज्यादा लोगों में बांटें।
रामनवमी के दिन क्या करें
गरीब-असहाय लोगों को अपने सामर्थ्य अनुसार दान-पुण्य करें. राम का जन्मोत्सव इसी तरह मनाएं जैसे घर में कोई नन्हा शिशु जन्मा हो.
रामनवमी के दिन क्या करें
नवमी के दिन कुंआरी कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें उपहारस्वरूप चीजें भेंट करें. किसी प्रकार के शुभ कार्य करने की दृष्टि से ये एक महत्वपूर्ण दिन है.
रामनवमी के दिन क्या करें
श्रीराम नवमी के दिन रामरक्षास्त्रोत, राम मंत्र, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदर कांड आदि के पाठ से ना सिर्फ अक्षय पुण्य मिलता है बल्कि धन संपदा के निरंतर बढ़ने के योग बन जाते हैं.
रामनवमी के दिन क्या करें
रामनवमी के दिन पंडितजी को भोजन कराना चाहिए। यदि संभव नहीं हो तो मंदिर में बिना पकी भोजन साम्रग्री भी दिया जा सकता है।
रामनवमी पर व्रत भी रखते है रामभक्त
इस अवसर पर पूजा के अलावा व्रत का भी विधान है जिसका सांस्कृतिक एवं वैज्ञानिक दोनों महत्व है। आमतौर पर घरों एवं मंदिरों में रामदरबार का आयोजन कर उनकी पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस व्रत से श्रद्धालु भक्ति के साथ मुक्ति भी प्राप्त करते हैं।
राम नवमी पूजा के लिए सामग्री
पूजाघर में रामजी की तस्वीर या मूर्ति रखें
रामजी के लिए वस्त्र या दुपट्टा
राम नाम की किताब
कलश में साधारण पानी या गंगा जल
ताजी और धुली हुई आम की पत्तियां, तुलसी पत्ते, कमल के फूल
ताजा हरी घास
चंदन
एक नारियल
रोली
मोली
चावल
सुपारी
पान के पत्ते
लौंग
इलायची
कुमकुम ( सिंदूर )
गुलाल
अगरबत्ती, दीप-धूप और माचिस
पेड़ा या लड्डू (ताजी मिठाई प्रसाद के लिए)
एक आसन (बैठने के लिए चादर, दरी या चटाई)
नारद पुराण के अनुसार राम नवमी के दिन सभी भक्तों को उपवास करने का सुझाव दिया गया है। भगवान राम की पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए। उसके बाद उन्हें गाय, जमीन, कपड़े और दक्षिणा देकर दोनों हाथ जोड़कर विदा करना चाहिए। इसके बाद ही राम की पूजा का समापन होता है।