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लंका पर विजय प्राप्ति के भगवान राम ने किया था विजया एकादशी व्रत, जानें पूजा विधि...



विजया एकादशी व्रत फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इसे विजया एकादशी और के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि इस व्रत को रखने वाला जिंदगी में कभी भी विषम परिस्थितियों के आगे परास्त नहीं होता है। इस दिन सच्चे मन से की गई पूजा को भगवान विष्णु स्वीकारते हैं। उनके आशीर्वाद से समस्त पाप धुल जाते हैं। सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान राम ने इस व्रत को किया था और लंका पर विजय प्राप्त की थी।

भगवान श्रीराम ने इस व्रत को धारण किया और सागर पर सेतु का निर्माण कर लंका पर चढ़ाई की। इस दिन भगवान श्री हरि की उपासना करनी चाहिए। इस दिन भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित कर उनकी धूम, दीप, पुष्प, चंदन, फूल, तुलसी आदि से आराधना करें, जिससे कि समस्त दोषों का नाश हो और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकें। भगवान विष्णु को तुलसी अत्यधिक प्रिय है इसलिए इस दिन तुलसी को आवश्यक रूप से पूजन में शामिल करें। भगवान की व्रत कथा का श्रवण और रात्रि में हरिभजन करते हुए उनसे आपके दुखों का नाश करने की प्रार्थना करें।

रात्रि जागकरण का पुण्य फल आपको जरूर ही प्राप्त होगा। व्रत धारण करने से एक दिन पहले ब्रम्हचर्य धर्म का पालन करते हुए व्रती को सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। व्रत धारण करने से व्यक्ति कठिन कार्यों एवं हालातों में विजय प्राप्त करता है। 

विजया एकादशी पर ये उपाय करें-
- सबसे पहले सूर्य को गंगा जल अर्पित करें.  
- भगवान श्री राम परिवार-सीताजी गणेशजी और कार्तिकेय जी पूजा करें. 
- ग्यारह-ग्यारह केले, लड्डू, लाल फूल चढ़ाएं.
- ग्यारह-ग्यारह चन्दन अगरबत्ती और दीपक जलाएं.  
- ग्यारह-ग्यारह खजूर और बादाम चढ़ाकर प्रसाद का सेवन करें.  
- मन्त्र ॐ सिया पतिये  राम रामाय नमः का जाप करें.

अच्छी नौकरी पाने के लिए ये उपाय करें-
- एक कलश रखें, कलश पर आम का पल्लव रखें.  
- इसपर जौ से भरा पात्र रखें, दीपक धूप जलाएं.  
- 11-11 लाल फल, फूल और मिठाई चढ़ाएं.
- सूर्य के कारक विष्णु देव-मां लक्ष्मी जी की पूजा करें.
- मन्त्र ॐ नारायणाय लक्ष्म्यै नमः का जाप करें.  

सूर्य देंगे तीन गुना लाभ-
- ताम्बे के लोटे में थोड़ा गंगा जल और शुद्ध जल डालें.   
- 11 लाल मिर्च बीज और शहद डालें.
- सूर्य को चढ़ा दें.
- सूर्य को चंदंन का धूप दिखाएं.
- मन्त्र ॐ सूर्याय नमः का जाप करें.

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