भारत में अलीबाबा बन सकती है रिलायंस इंडस्ट्रीज
नई दिल्ली । पेट्रोलियम से दूरसंचार कारोबार तक अपनी मजबूत पकड़ बनाने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज चीन की कंपनी अलीबाबा की तरह उपभोक्ता क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बन सकती है। रिलायंस अमेजन और वॉलमार्ट जैसी कंपनियों के को कड़ी टक्कर दे सकती है। ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने अपनी रिपोर्ट में ये बात कही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पेश करने की योजना पर काम कर रही है जो कि 6,500 शहरों और कस्बों में फैले उसकी खुदरा इकाई के करीब 10,000 स्टोरों को जोड़ेगा। इसके साथ ही कंपनी के दूरसंचार कारोबार का विस्तार भी बढ़ रहा है। रिलायंस के पास पहले ही 28 करोड़ उपभोक्ता हैं।
यूबीएस की रिपोर्ट में बताया गया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड दूरसंचार और मीडिया क्षेत्र में दिग्गज कंपनी बन सकती है जबकि खुदरा/ई-कॉमर्स क्षेत्र में उसकी हिस्सेदारी में महत्वपूर्ण वृद्धि हो रही है। यूबीएस ने कहा कि उसकी सफलता एक पारिस्थितिकी तंत्र या सस्ती दरों पर सेवाएं और वस्तुएं बेचने की रणनीति और घरेलू कंपनी होने के फायदे पर आधारित हो सकती है। वह ठीक उसी प्रकार सफल हो सकती है जैसे बिना किसी स्पष्ट और निहित नीतिगत समर्थन के अलीबाबा चीन में सफल हुई थी।
रिपोर्ट में बताया गया कि रिलायंस को 'घरेलू' कंपनी होने का फायदा भी मिला है। देश में अब बहुत अधिक सहयोगी नीतियां हैं। भारत के ई-कॉमर्स नियमों का रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत घरेलू कंपनियों को लाभ मिलना चाहिए।
कंपनी ने दो-ढाई साल के भीतर टेलीकॉम बाजार में अपने मजबूत स्थिति दर्ज कराकर निवेशकों को चौंका दिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मुनाफे में 8.82 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है जो कि 10,251 करोड़ रुपये रही। आरआईएल ने वित्त वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही में 9,420 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।