पति व संतान की सौभाग्य की कामना के लिए सुहागिनें रखती है सौभाग्य सुंदरी व्रत
23 जनवरी, बुधवार को सौभाग्य सुंदरी व्रत है। यह सुहागिनों का त्योहार है। इस दिन महिलाएं सौभाग्य की कामना व संतान सुख की प्राप्ति की कामना के साथ व्रत रखती हैं। धर्मग्रंथों में लिखा है कि इस दिन सच्चे मन से व्रत करने और शिव तथा पार्वती का पूजन करने से दांपत्य दोष, विवाह न होना या देर होना तथा मंगली दोष दूर होते हैं। जानिए इसी बारे में -
यह है मान्यता
मान्यता है कि इस व्रत को माता पार्वती ने किया था। इस व्रत के प्रभाव से अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है, साथ ही माता पार्वती और भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।
ऐसे करें पूजा
सौभाग्य सुंदरी पूजन में माता गौरी और शिव भगवान की पूजा की जाती है। पूजन सामग्री में फूलों की माला, फल, भोग के लिए लड्डू, पान, सुपारी, इलायची, लोंग के साथ ही सोलह श्रंगार की वस्तुएं खासतौर पर रखी जाती हैं। इनमें लाल साड़ी, चूडियां, बिंदी, कुमकुम, मेंहदी, पायल आदि सामिल होते हैं। शिवजी के पूरे परिवार की पूजा करने के बाद नौ ग्रहों की पूजा भी की जाती है।
मिलता है यह फल
इस दिन महिलाएं अपने पति व संतान के लम्बे तथा सुखी जीवन की कामना करती हैं। जिन महिलाओं की कुंडलीमें वैवाहिक सुख में कमी या विवाह के बाद अलगाव जैसे अशुभ योग बन रहे हों, उन महिलाओं को भी यह व्रत विशेष रूप से करना चाहिए। मान्यता है कि यह उपवास नियम अनुसार किया जाए तो वैवाहिक सुख को बढ़ाता है।