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शुरू हुआ पवित्र माघ का महीना, इस तरह करें अपनी मनोकामना पूरी


माघ के महीने को हिंदू धर्म में बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है. इस महीने से ही शुभ मांगलिक उत्सव शुरू हो जाते हैं और मलमास खत्म हो जाता है. माघ के महीने में स्नान, दान, उपवास और तप का विशेष महत्व माना जाता है. इस महीने से पूरे भारत में मुख्य तीर्थ स्थलों पर धार्मिक मेलों का आयोजन होता है. जैसे- प्रयागराज हरिद्वार आदि. मान्यता है कि माघ महीने में दिया हुआ दान अक्षय फल प्रदान करता है और मनोकामनाओं को पूरा करने वाला होता है.

माघ महीने में करें दिव्य उपाय जो करेगा मन की इच्छा पूरी-

- माघ के महीने में सूर्य उदय होने से पहले उठें.

- स्नान के जल में दो बूंद गंगाजल जरूर मिलाएं और हल्के रंग के कपड़े पहनें.

- एक पटरे को पूर्व दिशा में रख के पीले रंग का सवा मीटर कपड़ा बिछाएं.

- भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र को रखें और उनके सामने धूप दीप जलाएं और कलश भर कर रखें.

- रोली मोली चावल फल फूल से पूजन करें.

- सफेद चंदन की माला से ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 5 माला जाप करें. ऐसा करने से मन की इच्छा पूरी होगी.

माघ महीने में ये दिव्य उपाय करने से प्रेम विवाह में आ रही बाधा होगी दूर-

- एक चौकोर भोजपत्र लें, उस पर अपने मन की इच्छा लाल चंदन से लिखें और कलावे से बांध दें.

- इसके बाद अपने कुल गुरु देवी देवता का ध्यान करें और यह भोजपत्र फल फूल मिष्ठान के साथ देवी मंदिर में अर्पण कर दें. यह प्रयोग शुक्ल पक्ष की पंचमी या अष्टमी को ही करें.

-  यह दिव्य प्रयोग करने के बाद मछलियों को 108 आटे की गोलियां खिलाएं.

माघ के महीने में सभी रोग दूर करने के लिए करें ये महा उपाय-

-  माघ के महीने में सुबह जल्दी उठे स्नान करें और हल्के रंग के कपड़े पहनें.

- कच्चे दूध में गंगाजल मिलाकर एक लोटे में भरें और नंगे पैर अपने घर से निकलें.

- मन ही मन नमः शिवाय नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव के मंदिर जाएं.

- अब यह दूध भगवान शिवलिंग पर अर्पण करें और उनसे अपने रोगों को दूर करने की प्रार्थना करें.

- ऐसा लगातार 7 दिन करें आपके मन की इच्छा अवश्य पूरी होगी और साथ ही साथ सभी रोग दूर हो जाएंगे.

माघ महीने का महत्व-

* पद्म पुराण के अनुसार माघ महीने में संगम तट पर कल्पवास का विशेष महत्त्व है.
* प्रयागराज में संगम पर ब्रह्मा, विष्णु, महादेव, रुद्र, आदित्य गमन करते हैं.

* पुराणों में माघ मास के स्नान को नारायण की सिद्धि का सुगम मार्ग बताया है.

* महाभारत के अनुशासन पर्व के अनुसार माघ में प्रयागराज में तीन करोड़ दस हजार तीर्थों का समागम होता है.

* माघ में तिल, गुड़ व ऊनी वस्त्र दान देने से कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है व विवादों में जीत हासिल होती है.

* विष्णु धर्मसूत्र शास्त्र ने माघ महीने में बहते जल में सुर्यौदय से पहले स्नान करना श्रेष्ठ कहा है.

* माघ मास में भगवान विष्णु के मधुसूदन स्वरूप का शास्त्र आदेश देते हैं.

* मधुसूदन भगवान कृष्ण का ही एक नाम है जिनहोने मधु नाम के रक्षण का वध किया था.

* माघ के महीने में भगवान मधुसूदन को मगद के लड्डू का भोग लगाकर ब्राह्मण को दान दिया जाता है.

* माघ के महीने में भगवान श्रीकृष्ण की काले तिलों से पूजा करने से शनि ग्रह के कुप्रभावों से छुटकारा मिलता है.

* माघ के महीने में माता सरस्वती की काले तिलों से पूजा करने से राहु के दोषों से मुक्ति मिलती है

* माघ के महीने में काले तिलों से पितृ तर्पण करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है.

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