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इस बार इस विशेष संयोग में मनेगी मौनी अमावस्‍या, स्‍नान-दान से मिलेगा करोड़ गुना अधिक शुभफल



उज्जैन। माघ मास के कृष्ण पक्ष की मौनी अमावस्या इस बार 4 फरवरी सोमवार के दिन सर्वार्थसिद्धि व महोदय योग के संयोग में आ रही है।

इन दो विशिष्ट योगों के साथ इस दिन अर्दोदय योग का महायोग भी बन रहा है। इन दिव्य योगों की साक्षी ने इसकी शुभता को ओर बढ़ा दिया है। ऐसे योगों में शिप्रा व सोमतीर्थ में स्नान तथा दान-पुण्य से आम अमावस्या से एक करोड़ गुना अधिक शुभफल प्राप्त होता है।

ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया सोमवती मौनी अमावस्या पर श्रवण नक्षत्र की साक्षी से सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है।

इसके साथ व्यतिपात योग के होने से यह महोदय नामक योग बना रहा है। धर्मशास्त्रीय मान्यता में 1 करोड़ सूर्य ग्रहण के बाद स्नान और दान करने से जो पुण्य फल प्राप्त होता है, वह इस योग में एक बार शिप्रा स्नान करने से प्राप्त होगा। इसका पुण्यफल मनुष्य के लिए युग युगांतर तक कल्याणप्रद माना गया है।

चर्तुग्रही युति के साथ रहेगा महासंयोग
ग्रह गोचर की गणना से देखें तो सोमवती मौनी अमावस्या पर सूर्य, चंद्र, बुध, केतु मकर राशि में गोचरस्थ रहेंगे। चर्तुग्रही युुति में महोदय योग का बहुत कम संयोग बनता है। यह योग सूर्य चंद्र की मकर राशि में मौजूद स्थिति पर केंद्रित है। साथ ही श्रवण व व्यतिपात नक्षत्र इस योग को ओर भी खास बनाते हैं।

सोमतीर्थ में स्नान व सोमेश्वर के दर्शन का महत्व
स्कंद पुराण के अवंति खंड में 84 महादेव की उल्लेख मिलता है। इन्हीं में से एक सोमेश्वर महादेव भी हैं। सोमवती अमावस्या पर सामेश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित सोमकुंड में स्नान तथा सोमेश्वर महादेव के दर्शन से जातक की जन्म पत्रिका में पापाक्रांत चंद्रमा का दोष खत्म होता है।

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