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12 हजार रूद्राक्षों से बनाई खास मशीन, करती है ये काम



इंदौर। राऊ के स्टेशन रोड तिराहा निवासी जगदीश पाटीदार ने 12 हजार से ज्यादा रुद्राक्ष की मदद से एक मशीन बनाई है और उनका दावा है कि यह शरीर के टॉक्सिन कम करने में कारगर होगी। 'क्रिस्टल ब्रेकर यंत्र' नाम की यह मशीन सिटी स्कैन मशीन के तर्ज पर बनाई गई है।

इसमें व्यक्ति को भीतर लेटाया जाता है और फिर वह गोल-गोल घूमने लगती है। घूमते समय रुद्राक्ष के दाने शरीर के अलग-अलग हिस्सों में चुभते हैं। ये एक्यूप्रेशर का काम करते हैं, जिससे नसों की सफाई होती है और टॉक्सिन साफ होता है। जगदीश आठवीं पास है और कूलर बनाने का काम करते हैं। यंत्र का उद्घाटन 14 जनवरी को पद्मश्री जनक पलटा करेंगी।

59 साल के जगदीश के मन में ऐसा यंत्र बनाने का विचार 2014 में आया था। उस समय पैसे कम होने के कारण वे इसे बनाने का काम 2017 में शुरू कर पाए। इसमें उनके 23 परिचितों और मित्रों ने आर्थिक सहयोग दिया। करीब डेढ़ साल में बने इस यंत्र की लागत भी डेढ़ लाख रुपए आई है। फिलहाल तो यह मशीन जगदीश ने सामाजिक सेवा कार्य के लिए बनाई है, लेकिन यदि उन्हें मौका मिला तो वे व्यावसायिक तौर पर दूसरों के लिए भी ऐसे यंत्र बनाएंगे और उसका पेटेंट भी कराएंगे। फिलहाल मशीन के पास उन्होंने एक दान पेटी रखी है जिसमें लोग इच्छा के अनुसार दान कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि जरूरत और फायदे के हिसाब से लोग यंत्र का इस्तेमाल हफ्ते या 15 दिन में एक बार कर सकते हैं।

ऐसे फायदा करते हैं रुद्राक्ष
जगदीश ने मशीन के भीतर रुद्राक्ष की पूरी रिंग बनाई है। इसमें 12,772 रुद्राक्ष लगे हैं, जो उन्होंने नेपाल से बुलवाए हैं। रिंग में एक सामान्य मानव शरीर पूरा कवर होता है। एक शरीर में करीब 6500 पॉइंट होते हैं। रुद्राक्ष के दाने पूरे शरीर को छू सकते हैं और अचेतन हुई नसों में फिर चेतना भर सकते हैं। टॉक्सिन निकलने से नसों के रास्ते खुलते हैं और रक्त संचार व्यवस्थित होता है।

रुद्राक्ष के इस्तेमाल के पीछे उनका तर्क यह है कि इसका स्पर्श मानव शरीर की नकारात्मक ऊर्जा को हटाता है और दर्द खत्म करता है। जगदीश ने एक समय नौकरी भी की है और खुद का वर्कशॉप भी चलाया है। उनके पिता रामचंद्र पाटीदार वैद्य थे, तभी से उनका इलाज के प्राकृतिक तरीकों की ओर रुझान है।

रुद्राक्ष है मददगार
हम पुरातनकाल से सुनते आ रहे हैं कि ऋषि-मुनि रुद्राक्ष की माला पहनते थे। रुद्राक्ष का उपयोग वैज्ञानिक है। उसे गले में धारण करने से मानसिक शांति मिलती है और उच्च रक्तचाप कम होता है। मुझे लगता है कि यदि लेटने पर पूरे शरीर पर रुद्राक्ष से एक्यूप्रेशर हो तो फायदा होगा। रुद्राक्ष स्वास्थ्य सुधार के लिए मददगार है।

- डॉ. एके द्विवेदी, सदस्य, वैज्ञानिक सलाहकार समिति, भारत सरकार

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