डॉक्टरों ने एक महीने पहले कर दिया था ब्रेन डैड घोषित, लाइफ सर्पोट सिस्टम हटाते ही मरीज को आया होश
वॉशिंगटन. अमेरिका के नेब्रास्का के रहने वाले स्कॉट मार एक महीने पहले स्ट्रोक के बाद बेहोश हो गए थे। अस्पताल में जब डॉक्टरों को कई दिन तक उनके मस्तिष्क से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। परिवार को भी स्कॉट के होश में आने की कोई उम्मीद नहीं थी। इसके बाद उनका लाइफ सपोर्ट सिस्टम बंद कर दिया गया। हालांकि, अगले ही दिन स्कॉट होश में लौट आए। दुनियाभर में इस घटना को चमत्कार के तौर पर देखा जा रहा है।
परिवार ने कर ली थी अंतिम संस्कार की तैयारी
डॉक्टरों ने जब स्कॉट के होश में नहीं लौटने की घोषणा की तो उनके परिवार के ज्यादातर लोगों ने भी इसकी उम्मीद छोड़ दी थी। स्कॉट की बेटी प्रेस्टन के मुताबिक, ‘‘हमें लगा कि पिता कभी होश में नहीं आएंगे। वे हमेशा कहते थे कि मैं नहीं चाहता कि बच्चे मुझे अस्पताल के बिस्तर पर देखें। इसलिए डॉक्टरों के ऐलान के बाद हमने भी सारी उम्मीदें छोड़ते हुए उनका लाइफ सपोर्ट सिस्टम बंद करवा दिया और अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दीं।’’
हालांकि, लाइफ सपोर्ट सिस्टम बंद होने के बाद भी स्कॉट की सांसें जारी रहीं। प्रेस्टन के मुताबिक, जब अगले दिन सुबह मैंने अस्पताल में पिता को सांस लेते देखा तो उनसे अंगूठा हिलाने को कहा। उन्होंने प्रतिक्रिया में धीरे से अंगूठा हिलाया भी। प्रेस्टन ने इसके बाद डॉक्टरों को बुलाकर पिता की जांच करवाई।
दूसरे टेस्ट में जागी जिंंदा रहने की उम्मीद
स्कॉट का इलाज करने वाले डॉक्टरों की टीम में शामिल डॉ. रेबेकार रंज के मुताबिक, हमें पहले लगा कि स्कॉट जिस बीमारी से गुजर रहे हैं, वह ठीक नहीं हो सकती और अंत में उनके ब्रेन डेड होने की आशंका रहेगी।
डॉ. रेबेकार के मुताबिक, जब हमें पता चला कि लाइफ सपोर्ट सिस्टम बंद होने के बावजूद स्कॉट प्रतिक्रिया दे रहे हैं तो उन पर कुछ और टेस्ट्स किए गए। इसमें सामने आया कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर की वजह से स्ट्रोक आया था। यानी उनकी बीमारी ठीक हो सकती है।