माता-पिता की आज्ञा का पालन करना हमें भगवान राम से सीखना होगा
उज्जैन। माता-पिता की आज्ञा का पालन करना हमें भगवान राम से सीखना होगा। मर्यादा पुरूषोत्तम के रूप में जन्में भगवान राम ने कभी अपने माता पिता की आज्ञा के बिना कोई कार्य नहीं किया, वे तो इतने आज्ञाकारी थे कि वनवास के समय एक बार भी उन्होंने कारण नहीं पूछा और 14 वर्ष के लिए वनवास पर चले गए।
उक्त बात मालनवासा बायपास रोड़ पर चल रही संगीतमय श्रीराम कथा में कथा वाचक साध्वी मीरा दीदी अयोध्यावासी ने कही। शक्करवासा, मालनवासा, गोयला, सिकन्दरी, ढेंढिया, गोठड़ा, जमालपुरा, नानाखेड़ा, दुदर्शी, लालपुर, कुंवारिया, हामुखेड़ी, हरियाखेडी, मेंडिया सहित समस्त ग्रामवासी व नगरवासियों के सहयोग से आयोजित श्रीराम कथा का आयोजन 30 दिसंबर तक होगा। 30 दिसंबर को महाआरती एवं महाप्रसादी का आयोजन किया जाएगा। प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक कथा का अयोजन हो रहा है जिसमें साध्वी मीरा दीदी द्वारा राम कथा सुनाई जा रही है। मंगलवार को कथा में भगवान राम की बाललीला की कथा सुनाई गई।