27 अगस्त से मंगल होंगे मार्गी, बनेंगे सुख संयोग
साहस, शौर्य, पराक्रम, भवन आदि के स्वामी मंगल ग्रह 27 अगस्त को शाम 7 बजकर 45 मिनट पर मकर राशि में मार्गी हो रहे हैं। 62 दिन वक्री रहने से मंगल ग्रह के देश और दुनिया में विपरीत प्रभाव देखने को मिले थे। लेकिन इनके मार्गी होने से साहस, पराक्रम आदि में वृद्वि होगी। साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। वहीं 1 सितम्बर से तुला राशि में दैत्यगुरु शुक्र और देवगुरु बृहस्पति एक साथ रहेंगे। इससे शंखयोग बनेगा। ज्योतिषशास्त्र में इसे बहुत शुभ माना जाता है।
ज्योतिषाचार्य पं. सतीश सोनी के अनुसार बृहस्पति को आध्यात्मिक गुरु का दर्जा प्राप्त है जबकि दैत्यगुरु शुक्र को भौतिकवादी गुरु कहा जाता है। इन दोनों ग्रहों के मिल जाने से जीवन में लोगों को सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। यह दोनों अगर तुला राशि में हो तो और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। तुलाराशि में इन दोनों के मिलने को ज्योतिषशास्त्र में शंखयोग कहा जाता है क्योंकि इसके अनुसार जीवन में नई शुरूआत होना माना जाता है। शुक्र तुला राशि में 1 जनवरी 2019 तक रहेंगे जबकि बृहस्पति 11 अक्टूबर तक रहेंगे। इन दोनों के मिलन से भारत में आर्थिक वातावरण में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा।