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मार्गीय वृहस्‍पति चातुर्मास में करेंगे आराधना का पुण्‍य फल प्रदान



उज्जैन । देवगुरु बृहस्पति 10 जुलाई को रात 11 बजे मार्गीय हो रहे हैं। गुरु के मार्गीय होने का लाभ आने वाले चातुर्मास में आराधकों को मिलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार मार्गीय गुरु पुण्य की वृद्धि करने वाले माने गए हैं। बृहस्पति के मार्गीय होते ही विभिन्न् राशि के जातकों के लिए आर्थिक प्रगति के द्वार खुलेंगे। बाजार की स्थति उपभोक्ताओं के पक्ष में नजर आएगी। कीमतें कम होने से आमजन को राहत मिलेगी। ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार भारतीय ज्योतिष शास्त्र में गुरुपद प्राप्त है।

वर्तमान में गुरु तुला राशि में वक्रीय गोचर कर रहे हैं। 10 जुलाई को मार्गीय होने के बाद वे पांचवीं, सातवीं तथा नौवी दृष्टि से परिभ्रमण की स्थिति को अमृत प्रदान करेंगे। इससे धर्म आध्यात्म के क्षेत्र में उन्नति होगी। चातुर्मास के दौरान इसका शुभफल नजर आएगा। बाजार की स्थिति भी अनुकूल होगी। विभिन्न् राशि के जातक भी राहत महसूस करेंगे।

भाव कम होंगे, शेयर मार्केट उछलेगा मार्गीय गुरु के प्रभाव से कपास, पीतल, तांबा तथा अन्नादि खाद्यान्न् वस्तुओं के भाव में कमी आएगी। इससे आम उपभोक्ता की क्रय शक्ति बढ़ेगी। शेयर मार्केट में उतार के साथ उछाल के योग बनेंगे। आने वाले चार माह में बाजार में अलग-अलग परिवर्तन देखने को मिलेगा।

इन राशियों पर यह प्रभाव
देवगुरु बृहस्पति मार्गीय होते ही जातकों पर कृपा बरसाऐंगे। मेष, मिथुन, कर्क व सिंह राशि के जातकों के लिए आर्थिक प्रगति के द्वार खुलेंगे। कन्या, तुला व वृश्चिक राशि वालों को मिश्रित फल दिखाई देगा। धनु, मकर, कुंभ राशि वालों को लाभ के साथ निवेश के नए अवसर प्राप्त होंगे। मीन व वृषभ राशि वालों को विवाद से बचना होगा।

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