आपका व्यवहार अच्छा है तो समाज में संत के समान सम्मान मिलेगा- पं. कमलकिशोर नागर
उज्जैन। जिस ब्रह्म को आप ध्यान करते हैं उसे अपने आप को समर्पित कर दो और ईश्वर को हमेशा प्रेम से ध्यान करो। कर्म से आपको हर चीज की प्राप्ति हो जाएगी। यदि आपका व्यवहार, प्रेम अच्छा है तो समाज में आपको वह सम्मान मिलेगा जो संत को मिलता है। इसलिए आप अच्छे कर्म करें व्यवहारिक ज्ञान, आत्मज्ञान अपने आप आ जाएगा। कलयुग में कर्म महत्वपूर्ण है, निष्कर्म भाव से कर्म करते हुए हरि को भजे तो आपको मोक्ष की प्राप्ति हो जाएगी। कलयुग में हरि का जप सबसे बड़ा बताया गया है। जप करते-करते ही अगर कर्म करते हैं तो आप सत् कर्मों को प्राप्त कर सकते हैं।
उक्त बात नारायणाधाम में चल रही 8 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन मालवा के संत कथावाचक पं. कमलकिशोर नागर ने कही। आयोजन समिति सदस्य बहादुरसिंह चकरावदा ने बताया कि मुख्य यजमान रामेश्वर पटेल रामगढ़ और इंदरसिंह खलाना ने प्रारंभ में पूजन अर्चन किया। प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक कथा का आयोजन नारायणाधाम में किया जा रहा है जिसमें उज्जैन जिले से बड़ी संख्या में हजारों की संख्या में श्रध्दालु पहुंच रहे हैं साथ ही यहां होने वाले धार्मिक आयोजनों में शामिल हो रहे हैं। कथा समापन पर केन्द्रीय सिंहस्थ समिति अध्यक्ष माखनसिंह चौहान, पूर्व विधायक रामलाल मालवीय, पूर्व जनपद अध्यक्ष बहादुरसिंह पटेल, केशरसिंह पटेल, गोवर्धनसिंह, भैरूसिंह, दिनेशसिंह, विजयसिंह, गोपाल रामगढ़, पवन गोयल आदि ने आरती की।