आज कलयुग जरूर लेकिन समय अच्छा- पं. गोपाल शुक्ल
उज्जैन। आज कलयुग जरूर है लेकिन समय अच्छा है। भक्त प्रहलाद के समय में भगवान का नाम लेना भी पाप था, सूली पर चढ़ा दिया जाता था, मौत के घाट उतार देते थे। प्रहलाद असुविधाओं में भी भजन करते थे, हम सुविधाओं में भी भगवान का नाम नहीं ले पा रहे। जीवन वेस्ट हो रहा है लेकिन भक्ति मार्ग पर हम उसे टेस्ट नहीं कर रहे।
उक्त बात श्री बिलपतेश्वर महादेव मंदिर तिराहा हीरा मिल परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास पं. गोपाल शुक्ल ने कही। कथा के तीसरे दिन कथा शुभारंभ पर पूजन मुख्य यजमान ओमप्रकाश शर्मा ने किया। कथा समापन पर निर्मला शर्मा, गोपाल बागरवाल, महेश सोनोने, पं. संतोष शर्मा, अशोक कपूर, किशोर भाटी, मुकेश भाटी, दिनेश जैन, श्याम माहेश्वरी, शारदा श्रीवैया, वीरेन्द्र परमार, सुरेश सोलंकी, विट्ठल नागर, सतीश अग्रवाल, अशोक जैन, मनोहर परमार, महेन्द्र कटियार, शिवनारायण जागीरदार आदि ने आरती की। कथा प्रतिदिन शाम 4 से 7 बजे तक चल रही है।