एसबीआई को हुआ अब तक का सबसे बड़ा घाटा
वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में एसबीआई को 7,718 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में एसबीआई को 3,442 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में एसबीआई की ब्याज आय 5.2 फीसदी घटकर 19,974 करोड़ रुपये रही है। वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में एसबीआई की ब्याज आय 21,065 करोड़ रुपये रही थी।
तिमाही दर तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में एसबीआई का ग्रॉस एनपीए 10.35 फीसदी से बढ़कर 10.91 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में एसबीआई का नेट एनपीए 5.61 फीसदी से बढ़कर 5.73 फीसदी रहा है।
रुपये में एनपीए पर नजर डालें तो तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में एसबीआई का ग्रॉस एनपीए 1.99 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2.2 लाख करोड़ रुपये रहा है। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में एसबीआई का नेट एनपीए 1.02 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.11 लाख करोड़ रुपये रहा है।
तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में एसबीआई की प्रोविजनिंग 18,876 करोड़ रुपये से बढ़कर 28,096 करोड़ रुपये रही है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में प्रोविजनिंग 11,740 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में एसबीआई की लोन ग्रोथ 6 फीसदी रही है।