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अपने दुख से ज्‍यादा दूसरों के सुख से दुखी है इंसान


भोपाल। आज हम सबको अपने घरों मे राम राज्य जैसा वातावरण बनाना चाहिए। जिससे कि हमारे अंदर दूसरों के दुख में सहयोग प्रदान करने की भावना पैदा हो। क्योंकि अगर आपके मन में दूसरों के प्रति सहयोग करने की भावना जागृत हो गई तो समझो आपके मन में राम प्रवेश कर रहे हैं। यह विचार शुक्रवार को श्री पिप्लेश्वर महादेव मंदिर पुलपुख्ता में श्री राम कथा के दूसरे दिन व्यक्त किए। महाराज जी ने कहा की आज कल भक्ती व भकत दूर-दूर हो रहे हैं, जो मनुष्य के दुखों का प्रमुख कारण है। नौ दिवसीय रामकथा के दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु भागवत सुनने पहुंचे। इस दौरान जब-जब भागवताचार्य ने संगीतमय भजनों की प्रस्तुति दी, श्रद्धालु भक्तिभाव से सरावोर हो नाच उठे। श्री मालवीय रजक समाज संघ के तत्वाधान में श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। 

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