पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर आयेगा उछाल
हिंदुस्तान पेट्रोलियम के चेयरमैन एम के सुराणा ने कहा कि क्रूड ऑयल की वैश्विक कीमतें में अगर बढ़ोतरी जारी रही, तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा करना मजबूरी होगी. उन्होंने कहा कि तेल कारोबारी कंपनियों ऑयल के पास पेट्रोल और डीजल के ऊंचे दाम का बोझ उपभोक्ताओें के कंधों पर डालने का कोई विकल्प नहीं होगा. यह बात उन्होंने एक साक्षात्कार में कही है. हालांकि उन्होंने यह भी उम्मीद जतायी कि कीमतों में बढ़ोतरी ज्यादा समय तक कायम नहीं रहेगी.
उन्होंने कहा कि ईरान पर प्रतिबंधों से भारतीय तेल शोधकों पर पूरा असर तुरंत नहीं पड़ेगा. हालांकि इस बार ईरान पर पिछले बार के प्रतिबंध से पैदा हुई स्थिति अलग होगी, क्योंकि यूरोपियन यूनियन के ईरान के साथ कई व्यापार समझौते हैं. उन्होंने कहा कि रिफाइनर्स के लिए सबसे अहम पहलू तेल की आपूर्ति है और भारत के पास इसके दूसरे स्रोत उपलब्ध हैं.
ये भी जानें
-भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आयात पर निर्भर पड़ोसी देशों के मुकाबले क्रमश: 16.35 रुपये तथा 15.15 रुपये प्रति लीटर ऊंची है.
-पेट्रोल और डीजल की मुद्रास्फीति सूचकांक में 2.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है. खुदरा दरों में कमी नहीं होने से आम लोगों की क्रय शक्ति कम होती है और जीडीपी प्रभावित होता है.