धरती पर इस गुफा में से है पाताल लोक जाने का रास्ता
ये दुनिया अजीबोगरीब रहस्यों से भरी है। हमारे देश में तमाम गुफाएं हैं, जिनका ऐतिहासिक महत्व रहा है। लेकिन जितनी गहराई क्रूबेर गुफा की है, वैसा रोंगटे खडे कर देने वाला दूसरा नजारा नहीं मिलता है। यूरोप में जार्जिया के अबकाजिया में स्थित दुनिया की सबसे डीप इस केव को वोरोन्या भी कहा जाता है। वैज्ञानिक खोजों के आधार पर आज यदि इस गुफा की बात की जाए तो यह पाताल तक जाती हैं। या यूं कहे यह पाताललोक जाने का रास्ता है। क्रूबर गुफा की गहराई 2197 मीटर ( 7208 फीट ) है। क्रूबर गुफा ब्लैक सागर के तट पर अबकाजिया में स्थित है।
यह एक बहुत ही दुरगम इलाका है यहां पर साल में केवल 4 महीनें ही जाने लायक मौसम रहता है। क्रूबर गुफा कि खोज 1960 में हुई थी। इस गुफा का एक अन्य नाम वोरोनया गुफा भी है। इसका मतलब होता है कौओं कि गुफा, इसको यह नाम इसलिय मिला क्योकि जब 1980 में जब प्रथम बार इस गुफा में प्रवेश किया गया तो वहां पर कौओं के बहुत सारे घोसलें बने हुए थे। इसे सबसे गहरी गुफा का दर्जा 2001 में मिला जब यूक्रेनी स्पेलिओलॉजिस्ट का एक दल इसमें 1710 मीटर (5610 फीट ) कि गहराई तक गया।
यह उस वक़्त तक ज्ञात सबसे गहरी गुफा से 80 मीटर ज्यादा था। सन 2004 में दुबारा यूक्रेनी स्पेलिओलॉजिस्ट का एक दल इसमें उतरा। अबकी बार वो 2080 मीटर (6820 फीट ) कि गहराई तक गए और एक नया रिकॉर्ड बनाया। सन 2012 में विभिन्न देशों के 59 स्पेलिओलॉजिस्ट का एक दल इसमें उतरा और गहराई 2197 मीटर (7208 फीट ) नापी।
इस दल ने क्रूबर गुफा में 27 दिन बिताए। क्रूबर गुफा का अन्वेषण बहुत ही मुश्किल है क्योकि एक तो यहां पर साल के केवल 4 महीने ही जाया जा सकता है और दूसरा अबकाजिया में राजनितिक हालात खराब रहते है इसलिए परमिशन आसानी से नहीं मिलती है। अबकाजिया ने 1999 में अपने आप को जॉर्जिया से अलग स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया जबकि जॉर्जिया अभी भी इसे अपना हिस्सा मानता है।